आलू चिप्स उद्योग कैसे शुरू करें। chips making machine द्वारा चिप्स कैसे बनाएं।

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Potato chips business plan in Hindi

आज के टाइम में बहुत लोग आलू चिप्स खाने के शौकीन होते हैं और चिप्स का प्रयोग नाश्ते के रूप में भी किया जाता है आजकल बाजार में बहुत सारे चिप्स के ब्रांड मौजूद हैंं बड़ी-बड़ी चिप्स कंपनी  चिप्स का व्यापार करके लाखों करोड़ों कमा रही हैंं।

अतः आप भी अगर आलू चिप्स उद्योग का कारोबार शुरू करना चाहते हैं तो आप इस बिजनेस में अच्छा खासा मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं और यह बिजनेस आप अपने घर से ही शुरु कर सकते हैं। आप चिप्स बनाने के लिए हैं Chips making machine का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। यह लंबे समय तक चलने वाला बिजनेस होता है आज हम इसी के बारे में आपको जानकारी देने वाले हैं कि आलू चिप्स बनाने की Factory घर बैठे कैसे लगाएं। 

आलू चिप्स उद्योग के लिए रो मटेरियल। (Raw materials)

अगर आप Alu Chips बनाने का व्यापार शुरू करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको Raw materials की जरूरत पड़ती है यानी कि चिप्स बनाने के लिए सामग्री की, जिससे चिप्स बनाए जाते हैं रो मटेरियल में आपको साधारण आलू या मीठा आलू लेने की आवश्यकता होती है और साथ ही साथ आपको मिर्ची पाउडर, तेल, नमक और चिप्स बनाने के बर्तन की आवश्यकता भी पड़ती है। आप इस सामग्री से बहुत तरह के चिप्स बना सकते हैं जैसेे- सामान्य Aalu chips, Kurkure chips  मिर्च, masala वाली चिप्स, चटपटे चिप्स आदि 

चिप्स बनाने के लिए सामग्री की कीमत। (Raw materials cost)

यह व्यापार करने के लिए आपको chips बनाने की सामग्री की जरूरत पड़ती है चिप्स बनाने की सामग्री का मूल्य कुछ इस प्रकार हैं अगर आलू की बात की जाए तो आलू का मूल्य साधारण रूप से 1200 रुपए प्रति कुंतल होता है 

अगर आप मीठा आलू लेना चाहते हैं तो उसके लिए थोड़ा और खर्चा करना पड़ता है मीठे आलू की कीमत लगभग 4500 रुपे कुंटल आपको मिल जाती है 

और Chips बनाने के लिए तेल का मूल्य 120 से 130 रुपए प्रति लीटर मिल जाता है और नमक का मूल्य 18 से ₹20 किलो होता है और मिर्ची पाउडर का मूल्य ₹180 प्रति किलो होता है आप अपने हिसाब से यह सब सामग्री बाजार से खरीद सकते हैं।

आलू चिप्स बनाने के लिए सामग्री कहां से खरीदें।

अगर आप आलू चिप्स बनाने की सामग्री खरीदना चाहते हैं तो वह आप होलसेल की दुकान से भी खरीद सकते हैं यहां पर सभी चीजें आपको बड़ी आसानी से मिल जाएंगी जितना आप लेना चाहोगे उतनी मात्रा में आपको वहां पर सामग्री उपलब्ध करा दी जाएगी आप चाहे तो वहां से भी ले सकते हैं या आप कहीं और से लेना चाहते हैं तो वहां से भी ले सकते हैं।

छोटे स्तर पर घर बैठे चिप्स बनाने का व्यापार। (small level Chips udyog)

अगर आप छोटे स्तर पर Aalu chips बनाने का कारोबार शुरू करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको साधारण आलू की जरूरत होती है आप आलू का चिप्स बना कर व्यापार कर सकते हैं साधारण आलू का चिप्स बना कर व्यापार करने में लागत भी कम आती है आपको किसी भी होलसेल की दुकान से आलू लगभग ₹12 प्रति किलो के हिसाब से मिल जाते हैं।

आलू चिप्स बनाने की मशीन। (Chips making machine)

आपको आलू चिप्स बनाने का व्यापार तेजी से करने के लिए मशीन की जरूरत पड़ती है  पोटैटो स्सलैसिग मशीन द्वारा आप चिप्स बनाने का कारोबार शुरू कर सकते हैं अगर आप यह कारोबार बड़े स्तर पर शुरू करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको बड़ी मशीन की जरूरत पड़ती है हालांकि आप इस व्यापार की शुरुआत छोटी मशीन के द्वारा भी कर सकते हैं जिसको हैंड स्लाइसर भी कहा जाता है।

आलू चिप्स बनाने की मशीन की कीमत। (Chips making machine price)

अगर आप चिप्स बनाने के लिए छोटी Chips making Machine लेना चाहते हैं तो वह आपको 35000 से 40000 रुपया तक की कीमत में मिल जाती है अगर आप चाहे तो इससे ज्यादा कीमत वाली मशीन भी खरीद सकते हैं अपनी इच्छा के अनुसार।

चिप्स बनाने की प्रक्रिया। (Patato chips recipe in hindi)

आलू चिप्स बनाने की vidhi बहुत साधारण होती है कोई भी इंसान घर बैठे चिप्स बनाने का व्यापार शुरू कर सकता है यहां पर हम कच्चे आलू के चिप्स बनाने की विधि के बारे में बताने जा रहे हैं।

  • सबसे पहले आपको बाजार से आलू खरीदने की जरूरत पड़ती है जिसकी मदद से आप घर बैठे Aloo chips बनाने का व्यापार शुरू कर सकते हैं

  • आलू खरीदने के बाद आपको आलू को अच्छे से साफ करना होता है और उनको अच्छे से छीलना भी होता है

  • और अब आलू छीलने के बाद आपको आलू को स्लाइसर मे काटने की जरूरत पड़ती है अगर आप जो मशीन इस्तेमाल कर रहे हैं उसमें स्लाइस बनाने का स्थान दिया गया है तो आप उसकी मदद से स्लाइस बना सकते हैं अन्यथा आप हैंड स्लाइसर का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।

  • स्लाइस बनाने के बाद आपको स्लाइस को साफ पानी से धोकर सुखाने की जरूरत पड़ती है

  • आप चाहे तो आलू को धूप में भी सुखा सकते हैं इसके बाद आप इनको तेल में तलकर चिप्स तैयार कर सकते हैं।

  • चिप्स तलते समय आपको तेल के तापमान का ध्यान रखना होगा, ना तो ज्यादा तापमान होना चाहिए ना कम तापमान होना चाहिए। आपको सामान्य आंच पर तेल को पकाना होगा।

  • फिर आपको तले हुए चिप्स में लाल मिर्च, नमक वगैरा मिलाना होगा उसके बाद आपके चिप्स पैकेजिंग और बिक्री के लिए तैयार हो जाएंगे।

चिप्स बनाने के लिए स्थान। (business location)

आप आलू चिप्स बनाने के लिए मशीन का इस्तेमाल कर रहे हैं तो उसके लिए आपको एक पर्याप्त जगह की आवश्यकता पडती हैं इसके लिए आप लगभग 200 वर्ग मीटर की जगह का चुनाव कर सकते हैं या किसी बड़े से कमरे का चुनाव कर सकते हैं जहां पर आप अपनी मशीन लगाकर चिप्स बनाने से लेकर उनके पैकिंग तक का सभी कार्य आसानी से कर सकें। यह चिप्स बनाने की मशीन स्वचालित होती है।

आलू चिप्स बनाने में लागत। (investment)

अगर आप आलू चिप्स बनाने का उद्योग करना चाहते हैं तो इसमें आपको 80000 से लेकर 1 लाख तक की लागत लगानी पड़ती है अगर आप आलू चिप्स बनाने के लिए मशीन नहीं लगाना चाहते हैं तो यह लागत बहुत कम हो जाती हैं 

लेकिन बिना मशीन के chips का उत्पादन कम हो जाता है और इसी प्रकार आपका profits भी कम होगा अगर आप यह व्यापार छोटे पैमाने पर कर रहे हैं तो लगभग आपको 10 से 15000 रुपए की लागत लगानी पड़ेगी

आलू चिप्स बनाने के व्यापार के लिए पंजीकरण।

Potato chips बनाने का व्यापार करने के लिए आपको पंजीकरण कराने की भी आवश्यकता पड़ती है यह एक खाद्य पदार्थ होने के कारण इसका पंजीकरण अनिवार्य हो जाता है,

आप अपने व्यवसाय भारत सरकार के द्वारा MSMI के अंतर्गत पंजीकृत कर सकते हैं और इसके साथ-साथ आपको ट्रेंड लाइसेंस की भी जरूरत पड़ती है

और आपको इससे संबंधित है करंट अकाउंट भी खुलवाना पड़ता है और साथ में पैन कार्ड की भी आवश्यकता पड़ती है आपको अपने खाद्य पदार्थ का प्रशिक्षण सरकार के खाद्य विभाग में करा कर FSSAI का लाइसेंस भी लेना होता है

चिप्स बनाने के व्यापार में लाभ। (Profits)

आलू चिप्स बनाने का व्यापार करके आप एक अच्छा लाभ प्राप्त कर सकते हैं बड़ी-बड़ी कंपनियां बाजार में चिप्स बेचकर अच्छा खासा मुनाफा प्राप्त कर रही हैं 

हालांकि 10 रूपये के चिप्स के पैकेट में कुछ ही मात्रा में चिप्स मौजूद होते हैं लेकिन उनकी अच्छी क्वालिटी के कारण वे ज्यादा से ज्यादा खरीदे जाते हैं इसलिए अगर आपके Aloo Chips की क्वालिटी भी अच्छी होगी तो आपका चिप्स का व्यापार भी काफी अच्छा चलेगा।

लोग आपके चिप्स को बहुत ज्यादा पसंद करेंगे अगर आप मशीन का प्रयोग करके चिप्स बना रहे हैं तो आपको 30,000 से 40,000 रूपया तक का मासिक लाभ प्राप्त हो सकता है 

अगर आप अपना आलू चिप्स उद्योग छोटे स्तर से शुरू कर रहे हैं तो आपको मासिक तौर पर अधिकतम 5000 से 6000 का लाभ प्राप्त हो सकता है। अगर यही बिजनेस आप बड़े पैमाने से शुरू करते हैं बड़ी मशीन लगाते हैं तो आप का मुनाफा भी उतना ही बड़ा हो जाता है।

आलू चिप्स बनाने के व्यापार की मार्केटिंग। (Chips marketing)

अगर आप आलू के चिप्स बनाने का व्यापार शुरू कर रहे हैं तो इसके लिए सबसे ज्यादा जरूरत होती है Marketing की इसके लिए आपको अपने चिप्स के सैंपल मार्केट में भेजने होंगे 

अगर आपके सैंपल मार्केट को पसंद आएंगे तो वह आपसे डील कर सकते हैं आप बड़ी-बड़ी कंपनियों में अपने चिप्स का सैंपल भेज कर वहां से भी चिप्स के आर्डर प्राप्त कर सकते हैं 

अगर आप के चिप्स में क्वालिटी है तो आपका बिजनेस बहुत अच्छा चल सकता है और आप बाजार में भी बड़ी बड़ी दुकानों में अपने चिप्स की सप्लाई कर सकते हैं शहर के अंदर ऐसे कई स्नेक्स की दुकानें होती हैं 

जहां पर आप अपने chips बेच सकते हैं अगर आपके चिप्स में स्वाद और क्वालिटी है तो आप के चिप्स हर कोई लेना पसंद करेगा अगर इससे अलग आप अपने चिप्स के व्यापार का प्रचार करना चाहते हैं

तो उसके लिए आप अखबारों में विज्ञापन भी छपवा सकते हैं और अपने बिजनेस से संबंधित बैनर और पोस्टर वगैरह छपवा कर मार्केट में लगवा सकते हैं जिससे लोगों को आपके व्यापार के बारे में पता चलेगा और आपको अत्यधिक फायदा होगा।

चिप्स की पैकिंग। (Chips packing machine)

आलू चिप्स एक चटपटा पदार्थ है आपको इसकी पैकिंग करने के लिए विशेष ध्यान देना होगा अक्सर लोग चिप्स के पैकिंग देखकर भी बहुत ज्यादा आकर्षित होते हैं 

आप आलू चिप्स उद्योग शुरू कर रहे हैं तो उसके लिए आपको अपने चिप्स का कोई अच्छा सा नाम सोच कर अपने पैकिंग करने वाले लिफाफे पर छपवा सकते हैं और साथ में कुछ विशेष लोगों के साथ अपनी चिप्स का नाम अपने लिफाफे पर छाप कर मार्केट में बेच सकते हैं इससे आपके चिप्स का अच्छा प्रचार भी हो जाता है और वह अच्छा दिखने के कारण बिक भी जाता है। आप चिप्स की पैकिंग करने के लिए चिप्स पैकिंग मशीन का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।

तो दोस्तों यह थी कुछ हाथ द्वारा और Chips making machine द्वारा आलू के चिप्स बनाने के व्यापार से संबंधित जानकारियां अगर आपको इससे संबंधित कोई भी जानकारी प्राप्त करनी है तो आप कमेंट बॉक्स में भी पूछ सकते हैं या हमको मेल भी कर सकते हैं।

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खरगोश पालन का व्यापार कैसे शुरू करें। how to start rabbit farming Business in india

Rabbits farming Business in india,

खरगोश पालन के फायदे- खरगोश एक ऐसा प्राणी है जिसको सभी लोग अत्यधिक प्यार करते हैं और यह देखने में अति सुंदर लगता है हर किसी को खरगोश जैसे प्राणी से प्यार हो जाता है अगर आप भी पशुपालन में रुचि रखते हैं तो यह व्यवसाय के तौर पर आपको लाभ भी दे सकता है।

अगर आप India मे पशुपालन का व्यापार करना चाहते हैं तो हम आपके लिए लेकर आए हैं खरगोश पालन का व्यवसाय, आप Rabbit Farming का Business करके इससे कमाई भी कर सकते हैं और सबसे बड़ी बात यह है कि खरगोश एक शाकाहारी प्राणी है और यह खतरनाक भी नहीं है

इससे किसी को भी डर नहीं लगता अगर आप चाहते हैं खरगोश पालन का व्यापार करना तो हम इसी के संबंध में आज Hindi मे जानकारी लेकर आए हैं। 

खरगोश पालन का व्यापार कैसे करें। (How to start Rabbits farming Business)

अगर आप खरगोश पालन का बिजनेस करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको कुछ बातों का खास ध्यान रखना होगा वह कुछ इस प्रकार है।

1. Rabbit पालन की संख्या– अगर आप rabbit farming का बिजनेस करना चाहते हैं तो खरगोश पालन के लिए आपको खरगोश की संख्या पर ध्यान केंद्रित करना होगा।

खरगोश पालन की एक न्यूनतम संख्या होती है अगर आप इस संख्या से नीचे खरगोश का पालन करोगे तो यह आपको मुनाफा नहीं दे पाएगा। 

खरगोश फार्म खोलने के लिए आपको Khargosh की कम से कम 10 यूनिट का पालन करना होगा एक यूनिट में 10 खरगोश पाले जाते हैं इस तरह से आपको 10 यूनिट मतलब 100 खरगोश पालने होंगे।

जिसमें से आपको 60 से 70 मादा खरगोश पालने होंगी और बचे हुए 30 से 35 नर खरगोश पालने होंगे तब जाकर आपके बिजनेस में आपको अच्छा मुनाफा प्राप्त होगा।

2. खरगोश का भोजन- सामान्य रूप से फार्म के अंदर पाले गए खरगोश को दिन में दो बार भोजन दिया जाता है जिसमें से एक बार आप उनको हरी चीजें खिला सकते हैं और दूसरी बार खरगोश के खाने के लिए अन्य चीजें दी जाती है।

3. खरगोश फार्म खोलने के लिए जगह- खरगोश फार्म खोलने के लिए इस बात का खास ध्यान रखना पड़ता है कि जहां आपने खरगोश फार्म खोला है वह जगह rabbits के लिए अच्छी है या नहीं।

आप हमेशा khargosh palan के लिए ऐसी जगह का चुनाव करें जहां पर शोर शराबा कम हो और प्रदूषण भी ना हो आप चाहे तो खरगोश फार्म शहर से दूर खोल सकते हैं अगर यह फार्म गांव में खोला जाए तो काफी बेहतर होता है

4. पंजीकरण- खरगोश पालन का व्यवसाय करने के लिए आपको इसका पंजीकरण करना अति आवश्यक है आप अपने फार्म की पार्टनरशिप के तहत यह पंजीकरण करा सकते हैं 

खरगोश फार्म खोलने के लिए आपको प्रतिवर्ष इनकम टैक्स भी देना होता है और इसके अलावा आप अपने फार्म का करंट अकाउंट भी खुलवा सकते हैं और साथ में पैन कार्ड भी होना जरूरी है।

खरगोश फार्म लगाने में लागत। (Investment)

खरगोश फार्म खोलने के लिए आपको कम से कम 100 खरगोश की आवश्यकता पड़ेगी और इन 100 खरगोश का मूल्य लगभग 250,000 रुपए के करीब पड़ेगा और इसी पैसे में आपको खरगोश रखने के लिए पिंजरा भी मिल जाएगा आपको पिंजरा 10/4 का लेना होगा और साथ ही साथ आपको खरगोश को खाना खिलाने के लिए कटोरिया और पानी पिलाने के लिए वादर निप्पल भी मिलेंगे।

खरगोश पालन बिजनेस के लिए मार्केटिंग। (Marketing for Business)

  • खरगोश पालन का बिजनेस करने में लोगों को कई तरह के लाभ प्राप्त होते हैं और जो खरगोश पालने का बिजनेस करते हैं तो उनको सबसे पहले उन लोगों से लाभ होता है जो खरगोश पालना चाहते हैं।क्योंकि अलग-अलग फार्म में अलग-अलग तरह की खरगोशों की नस्ल (Rabbits Catagory) पाई जाती है अगर कोई भी व्यक्ति खरगोश को पालना चाहता है तो उनको खरगोश फार्म वाले खरगोश की अलग-अलग प्रजातियां दिखाते हैं 

  • इसी प्रकार आपको भी rabbit farming शुरू करने के लिए अलग-अलग तरह की खरगोश की नस्ल अपने फार्म में शामिल करनी होगी इससे भी आपको बहुत अच्छा मुनाफा प्राप्त होगा और इससे अलग भी खरगोश पालन में बहुत तरीकों से बेनिफिट प्राप्त होता है।

  • आपको खरगोश से इस तरीके से भी मुनाफा प्राप्त हो जाता है अतः खरगोश का मांस मेडिकल लाइन में बहुत ज्यादा उपयोग में लाया जाता है इसी प्रकार आप भी खरगोश पालन करके खरगोश बिक्री भी कर सकते हैं।

  • और कई तरह के बिजनेस में खरगोश के फर का उपयोग किया जाता है अतः आप ऐसे बिजनेस के लिए भी अपनी खरगोश फार्मिंग से खरगोश को बेच सकते हैं इसमें भी आपको अच्छा profits प्राप्त होगा।

  • सरकार द्वारा चलाए गए Government agriculture industry मे आप अपने खरगोश को बेच सकते हैं यहां पर तरह-तरह की रिसर्च की जाती हैं इसलिए यहां पर खरगोश की भी मांग की जाती है अतः आप यहां पर भी खरगोश बेच कर मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं

  • अगर कोई व्यक्ति खरगोश के मीट का इस्तेमाल खाने में करता है तो खरगोश का मीट इंसान के हृदय के लिए भी काफी फायदेमंद होता है क्योंकि इसके मीट में जीरो परसेंट कोलेस्ट्रोल पाया जाता है।

खरगोश कौन लोग खरीदते हैं। (Rabbits Buyer)

यह सवाल भी बहुत अच्छा है आखिर खरगोश कौन लोग खरीदते हैं और वो लोग आपको कहां मिलेंगे अगर खरगोश के खरीदने की बात आते हैं तो खरगोश को पालने का शौक रखने वाले हजारों लाखों आदमी मौजूद हैं जो खरगोश को पालना चाहते हैं।

हर कोई सामान्य इंसान जिसको खरगोश में रुचि है वह खरगोश पाल सकता है वह आप से खरगोश खरीद सकता है आपको यह जानना अति आवश्यक है की ऐसे कौन लोग हैं जो खरगोश को खरीदने में रुचि रखते हैं।

इसके लिए आपको अपने बिजनेस यानी कि अपने खरगोश फार्मिंग का प्रमोशन करना होगा लोगों को बताना होगा कि आपके यहां पर खरगोश का व्यापार किया जाता है अगर आपका अच्छा खासा प्रमोशन हो गया तो वह लोग खुद चलकर आपके पास आएंगे जिनको खरगोश की जरूरत है जो खरगोश को पालना चाहते हैं।

खरगोश पालन के लिए लोन की व्यवस्था। (Loan management)

  • अगर आप भी खरगोश पालन खोलना चाहते हैं और आपके पास पर्याप्त धनराशि नहीं है तो आपको परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है इसके लिए आप सरकार द्वारा नेशनल लाइवस्टॉक मिशन (NLM) के अंतर्गत NABARD के तहत IDSRR के अंतर्गत आप लोन ले सकते हैं और अपना खरगोश पालन का व्यवसाय आगे बढ़ा सकते हैं।

  • NABARD क्या होता है- नाबार्ड एक बैंक है NABARD अर्थात National Bank for Agriculture and Rural Development यह बैंक कोई छोटी-मोटी बैंक नहीं है यह बैंकों से जुड़ी एक ऐसी संस्था है जो किसानों या व्यापारियों के छोटे बड़े व्यापार करने में उनको लोन की मदद से सहायता प्रदान करती है।

  • IDSRR स्कीम क्या है- IDSRR अर्थात integrated development of small ruminants and rabbits यह केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई एक सब्सिडी स्कीम है जोकि भेड़ पालन, बकरी पालन और खरगोश पालन जैसे व्यापार को बढ़ावा देने में सक्षम है और लोगों को व्यवसायिक तौर पर इन सब की फार्मिंग करने के लिए प्रोत्साहित भी करती है और साथ ही साथ इस स्कीम का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापार को बढ़ावा देना और बेरोजगारी को कम करना भी है।

इस स्कीम का लाभ कौन उठा सकता है।

इस स्कीम का लाभ वो लोग उठा सकते हैं जिनके परदेश, जिले में इस स्कीम को लागू किया गया हो वह लोग इस स्कीम का फायदा उठा सकते हैं साथ ही साथ इस स्कीम में महिलाओं, NGO और अनुसूचित जनजाति को प्राथमिकता दी गई है

इस स्कीम के अंतर्गत कितना Loan मिलेगा।

इस सब्सिडी स्कीम के तहत दी जाने वाली अधिकतम सीमा कुछ इस प्रकार हैं

घटक लोन की कीमत
बकरी तथा भेड़ पालन
(40 मादाा और + 2 नर)
01 लाख रुपये।
बकरी और भेड़ की प्रजनन
इकाई (500+25)
25 लाख रुपये।
खरगोश पालन
 (10+2)
2.25 लाख रुपये।

लोन चुकाने की अवधि। (Loan Duration)

अगर आप सरकार द्वारा लोन लेकर अपना बिजनेस शुरू कर रहे हैं तो इस बिजनेस के लोन को चुकाने की समय अवधि 9 साल रहेगी और असमर्थ किसानों के लिए 2 साल ग्रेस पीरियड भी दिया जाता है तो इसमें आपको ज्यादा मुश्किल का सामना नहीं करना पड़ेगा।

अगर आप लोन लेने संबंधित और भी जानकारियां प्राप्त करना चाहते हैं तो आप इंटरनेट से ऑनलाइन इसके बारे में सर्च करके अत्यधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं

खरगोश फार्म खोलने से होने वाला लाभ। (Profits in Rabbit farming)

इसमें ध्यान देने वाली बात यह है कि फार्म के अंदर पाली जाने वाली  60 से 70 मादा खरगोश 45 से 50 दिन के अंदर 350 खरगोशों के bacho को जन्म देती है। यानी कि (paida) करती है, और इन खरगोश के बच्चों को पूरी तरह से विकसित होने में 4 महीने का टाइम लग जाता है।

अगर इन खरगोश के बच्चों को अच्छी देखभाल के साथ पाला जाए तो इन खरगोशों की कुल कीमत लगभग ₹130,000 तक हो जाती है और खरगोश के बच्चों की देखभाल करने में लगभग 70 से ₹80000 का खर्चा भी आ जाता है।

तो इसी प्रकार आप बिजनेस की शुरुआत में 30,000 से 40,000 रुपए तक का मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं और धीरे-धीरे आपका यह बिजनेस बढ़ता भी चला जाता है अगर आप आज के टाइम में ₹40,000 खरगोश का बिजनेस करने से कम आ रहे हैं।

तो आने वाले टाइम में आप 100,000 रुपए भी खरगोश के बिजनेस से आराम से कमा सकते हो। अगर देखा जाए आप सिर्फ एक खरगोश खरीदना चाहते हैं तो एक खरगोश का Price (कीमत) लगभग 500 से ₹800 तक होती है

खरगोश कहां से खरीदें- अगर आप खरगोश पालन का बिजनेस करने के लिए खरगोश खरीदना चाहते हैं तो उसके लिए आप किसी दूसरी फार्मिंग से भी खरगोश खरीद सकते हैंं

या फिर आप पालतू जानवरों की दुकान से भी खरगोश खरीद सकते हैं इसके बारे में अगर आपको और जानकारी चाहिए तो आप इंटरनेट पर इसके बारे में सर्च कर सकते हैं की आपके आसपास के एरियाा में खरगोश कहां बेचे जाते हैं फिर आप वहां से खरगोश प्राप्त कर सकते हैं।

Rabbit farming Business, खरगोश पालन का व्यवसाय।
Khargosh Plan

खरगोश पालन व्यापार में सावधानियां। (Precautions)

अगर आप Rabbit farming का Business कर रहे हैं तो इसमें आपको बहुत सी सावधानियां बरतने की भी आवश्यकता होती है वह कुछ इस प्रकार है

  • खरगोश पालन का बिजनेस करने के लिए सबसे पहले खरगोश की फार्मिंग लगाने वाले स्थान पर साफ सफाई होना बहुत ही जरूरी है इससे यह फायदा होता है कि खरगोश में किसी भी तरह की बीमारी होने की आशंका नहीं रहती।

  • और खरगोश पालन के साथ-साथ आपको खरगोश के खानपान का भी अच्छा ध्यान रखना पड़ता है उनको भोजन और जल टाइम पर देना पड़ता है इन चीजों का इसमें विशेष ध्यान रखना पड़ता है। 

  • बहुत से लोगों का यह भी सवाल भी अक्सर देखने को मिला है कि खरगोश पानी पीता है या नहीं यह सुनने में बड़ा अटपटा सवाल है लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दूं कोई भी जीव पानी पिए बिना नहीं रह सकता। अतः खरगोश नामक प्राणी भी पानी पीता है।

  • अगर किसी खरगोश को किसी तरह से कोई भी बीमारी हो जाए तो उसका तुरंत इलाज करना आवश्यक होता है जिससे दूसरे खरगोश में वह बीमारी न फैल सके।

  • और जिन बर्तनों में खरगोश को खाना खिलाया जाता है उन बर्तनों की साफ सफाई का भी विशेष ध्यान रखना पड़ता है।

  • आपको फार्मिंग के खरगोशों को आवश्यकता के अनुसार वैक्सीनेशन दिलाने की भी जरूरत पढ़ती है। 

खरगोश क्या खाते हैं। (Food List)

खरगोश एक शाकाहारी प्राणी है यह साधारण खाना, खाना पसंद करता है जिसमें वह दाना हरी घास सब्जियां और रसोई घर का बना हुआ सामान खाता है खरगोश दिन में 100 ग्राम से 120 ग्राम दाना खाता है। दूध खराब फल रोटी खराब सब्जी आदि जो खाने योग्य हो इनकी खपतवार के लिए खरगोश को दिए जाते है।

खरगोश की मार्केटिंग कहां करें। (Rabbit Marketing)

अगर आप खरगोश फार्मिंग खोलना चाहते हैं तो उसके लिए आपको खरगोशों के बारे में पूरी जानकारी होना अति आवश्यक है आपको अपनी Khargos फार्मिंग खोलने के लिए पूरी प्लानिंग की जरूरत होती है

अगर आपने खरगोश Farming खोल ली है तो उसके पश्चात आपको लोगों तक यह बात पहुंचानी पड़ती है कि आपके पास भी खरगोश की फार्मिंग है आपके पास भी खरगोश को बेचने का व्यापार किया जाता है। 

तो उसके लिए आप अपने खरगोश पालन के बिजनेस से संबंधित प्रचार भी कर सकते हैं खरगोश पालन के बिजनेस का प्रचार करने के लिए आपको लोगों को यह बताना होता है कि आपके पास खरगोश की ऐसी-ऐसी प्रजातियां मिलती हैं।

इसके लिए आप अखबारों में विज्ञापन छपवा सकते हैं अपने खरगोश फार्मिंग के बारे में जिससे लोगों को पता चल सके कि यहां पर खरगोश बेचे जाते हैं इसके अलावा आप अपनी Rabbit farming से संबंधित बैनर, पोस्टर वगैरह भी छपवा सकते हैं जो आपको मार्केट में लगाने होते हैं। 

जिससे लोगों को पता चल सके आपके फार्मिंग के बारे में जैसे जैसे लोगों को आपके बिजनेस के बारे में पता चलेगा वैसे वैसे आपके पास खरगोश को खरीदने वालों की संख्या भी बढ़ती चली जाएगी।

तो दोस्तों यह थी कुछ खरगोश पालन के बिजनेस के बारे में जानकारी अगर आपको इसके अतिरिक्त कुछ और भी जानकारी चाहिए तो आप कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है या हमको मेल कर सकते हैं। और अगर आपको है जानकारी अच्छी लगी हो तो उसको जल्द से ज्यादा फॉरवर्ड करें और अपने दोस्तों रिश्तेदारों तक यह जानकारी जरूर पहुंचाएं।

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मधुमक्खी पालन का व्यवसाय कैसे शुरू करें How to start Honey bee farming Business in india

Honey bee farming Business plan,

मधुमक्खी पालन का व्यवसाय एक ऐसा व्यवसाय है जिससे आप सीजन पर अच्छा खासा मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं यह व्यवसाय कृषि Agri culture के साथ होने वाला व्यापार भी है अगर आप एक किसान हैं तो भी आप मधुमक्खी पालन एवं शहद का व्यापार शुरू कर सकते हैं

इसके लिए आप चाहे तो सरकार द्वारा आर्थिक मदद भी प्राप्त कर सकते हैं यह व्यवसाय करने के लिए आपको मधुमक्खी पालन honey bee farming Business plan से संबंधित सभी जानकारियां हासिल करनी होगी उसके बाद आपको यह बिजनेस पूरा समझ आ जाएगा

फिर आप यह Business करने में सक्षम हो जाएंगे। हम आज आपको इसी बिजनेस के बारे में बताने वाले हैं की मधुमक्खी पालन का व्यवसाय कैसे शुरू करें किन-किन चीजों की जरूरत पड़ती है आइए जानते हैं सभी जानकारी Hindi में उपलब्ध।

मधुमक्खी पालन कैसे करें। (honey bee farming)

Madhumakhi palan एक ऐसा व्यवसाय है इससे India मैं और अलग देशों में भी अच्छा खासा लाभ कमाया जा सकता है मधुमक्खी पालन पर एक बॉक्स यानी कि डब्बे में 1 साल के अंदर आपको 40 से 50 किलो ग्राम तक शहद प्राप्त हो जाता है और साथ ही साथ दो से तीन डब्बो की मधुमक्खियां भी आपको प्राप्त हो जाती हैं।

और इन नई मधुमक्खियों की मदद से आप अपने बिजनेस को और आगे बढ़ा सकते हैं अगर आपको एक डब्बे से तीन डब्बो की मधुमक्खियां प्राप्त होती हैं अगर ऐसे ही आप तीन डब्बो की मधुमक्खियों का शहद (Madhu) प्राप्त करेंगे तो आपको तीन डब्बे से नो डब्बो की मधुमक्खियां आराम से प्राप्त हो जाएगी।

इसी प्रकार से आप अपने डिब्बों की संख्या बढ़ा सकते हैं और अपने बिजनेस में अच्छा खासा मुनाफा भी प्राप्त कर सकते हैं।

मधुमक्खियों की संख्या कितनी होती है- यह भी सोचने योग्य बात है की एक डब्बे में मधुमक्खियों की संख्या लगभग कितनी होती है आपकी जानकारी के लिए बता दे की एक डब्बे के अंदर तीन प्रकार की मधुमक्खियां पाली जाती हैं

और इन मधुमक्खियों की श्रेणी कुछ इस प्रकार होती है रानी मधुमक्खी , नर मधुमक्खी और श्रमिक मधुमक्खी यह तीन तरह की मधुमक्खियां डब्बो में शामिल होती हैं अगर बात करें मधुमक्खियों की संख्या की तो एक डब्बे के अंदर श्रमिक मधुमक्खियों की संख्या लगभग 35000 से 100000 तक हो जाती है अगर इस में बात करें नर मधुमक्खी की तो नर मधुमक्खियों की संख्या लगभग 100 से 150 के आसपास होती है और जो सबसे मेन है रानी मधुमक्खी उसकी संख्या डब्बे के अंदर सिर्फ 01 होती है।

मधुमक्खियों की आयु कितनी होती है- मधुमक्खियों की आयु अगर देखी जाए तो इसमें मधुमक्खियों की आयु उनकी श्रेणियों पर निर्भर करती है अगर हम रानी मधुमक्खी की बात करें तो रानी मधुमक्खी की उम्र लगभग 1 वर्ष तक होती है अगर दूसरी और बात करे नर मधुमक्खी की तो नर मधुमक्खी का जीवन लगभग 6 महीने का होता है और जो श्रमिक मधुमक्खियां जो होती हैं उनका जीवनकाल 1 से 2 महीने का होता है।

शहद के व्यवसाय की प्रक्रिया। (honey processing)

अगर देखा जाए तो मधुमक्खी पालन जो है वह 2 तरीकों से किया जाता है आप शहद प्रोसेसिंग का प्लांट और मधुमक्खियों की फार्मिंग इन दोनों की मदद से मधुमक्खी पालन का बिजनेस कर सकते हैं हमने नीचे दोनों प्रक्रियाओ को बताया है ध्यान से पढ़िए।

1. शहद plant की प्रक्रिया, यहां पर शहद के प्लांट के processing की प्रक्रिया के बारे में बताया जा रहा है

2. शहद के इस प्लांट को बैठाने में एक स्पेशल मशीन की जरूरत होती है आप इस मशीन की मदद से शहद प्लांट बैठा सकते हैं।

3. इस मशीन की मदद से शहद की पैकेजिंग भी की जाती है और शहद बनाने में भी यह मशीन कारगर है।

4. प्लांट की लागत कितनी होती है, शहद का या प्लांट लगाने मैं कुल लागत लगभग 18 से 20 लाख की आ जाती है और आप इस प्लांट की मदद से लगभग 100 किलो तक शहद निकाल सकते हैं।

मधुमक्खी पालन की प्रक्रिया (bee farming processing)

यहां पर मधुमक्खी पालन की प्रक्रिया के बारे में दर्शाया गया है जिसमें आपको कुछ बातों का खास ध्यान रखना होगा।

1. आप अपना यह काम करने के लिए अपने मधुमक्खी फार्म में बीकीपर्स को कार्य के लिए रख सकते हैं यह लोग मधुमक्खी का पालन करने में पूरे सक्षम होते हैं।

2. आपको मधुमक्खी का पालन करने के लिए उस जगह की जरूरत पड़ेगी जहां पर नमी ज्यादा देखने को मिलती हो।

3. जहां मधुमक्खी का पालन कर रहे हैं वहां पर साफ पानी और साफ सुथरे स्थान की जरूरत पड़ती है यदि आप ऐसे जगह पर मधुमक्खी का पालन कर रहे हैं जहां पर पेड़ पौधों की संख्या ज्यादा हो तो वह काफी बेहतर होता है।

4. मधुमक्खी पालन के लिए प्राकृतिक जल की जरूरत होती है और मधुमक्खी पालन के लिए स्थान साफ सुथरा और ज्यादा फैला हुआ होना चाहिए जिससे मधुमक्खियों को अधिक संख्या में छाता लगाने में परेशानी ना हो। 

5. मधुमक्खी पालन के लिए एक डब्बे के अंदर आप 10 मधुमक्खियों के फ्रेम रख सकते हैं और ज्यादा बेहतर होगा अगर आप एक डब्बे के अंदर आठ मधुमक्खियां फार्म रखें इससे मधुमक्खियों की देखभाल करने में आपको कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़ेगा मधुमक्खियों की देखभाल अच्छे तरीके से हो जाएगी।

शहद बनाने की प्रक्रिया क्या होती है। (honey making process)

1. शहद सेहत बनाने के लिए सबसे पहले आपको मधुमक्खियों के छाते को मधुकोश से अलग करने की जरूरत होती है और यह काम बीकीपर्स अच्छे तरीके से जानते हैं आप उनकी मदद से भी है हटवा सकते हैं।

2. इस मधुकोश को हटाने के उपरांत आपको इसका तिहाई भाग ट्रांसपोर्ट के डब्बे में भरकर ऐसी जगह पर ले जाया जाता है जहां पर मधुमक्खी ना आ सके या जहां पर एक भी मधुमक्खी ना हो।

3. और फिर इस मधुकोश को मशीनों में डालकर यानी कि एक्सट्रेक्टर मशीन में डालकर आगे की प्रोसेसिंग के लिए छोड़ दिया जाता है अगर आम तौर पर देखा जाए तो एक मधुकोश का वजन लगभग 2.30 किलोग्राम तक हो जाता है।

4. फिर इसके बाद एक्सट्रेक्टर की मदद से मशीन को चलाने के बाद शहद को निकालना शुरू कर दिया जाता है।

5. फिर उसके बाद आपको एक्सट्रेक्टर के निचले भाग से शहद की प्राप्ति होना शुरू हो जाती है।

6. किसी भी प्लांट के अंदर बने हुए शहद को वेंचर डिग्री सेंटीग्रेड पर गरम किया जाता है जिससे कि इसके अंदर वाले क्रिस्टल हिस्सों को भी आसानी से गलाया जाता है और उसके बाद 49 डिग्री सेंटीग्रेड के तापमान पर इसको 1 दिन रात के लिए यानी कि 24 घंटों के लिए ऐसे ही छोड़ दिया जाता है।

7. और यह सब करने के बाद आपका शहद की पैकिंग करने के लिए बिल्कुल तैयार हो जाते है।

शहद की पैकेजिंग कैसे करें। (honey packaging)

शहद को पैकिंग करना एक बहुत ही महत्वपूर्ण कार्य है इस व्यापार मे यही सबसे अहम हिस्सा है कि शहद की पैकेजिंग कैसे की गई है अक्ससर बाजार के अंदर अलग-अलग ब्रांड के पैकेट की मदद से शहद को बेचा जाता है 

आपको भी शहद की पैकिंग करते टाइम इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए कि शहद की मात्रा बराबर है या नहीं और इसी के साथ-साथ आपको अपनी शहद की बोतल का डिजाइन भी अच्छा लेना होगा। 

आप अगर अपने शहद की पैकिंग कर रहे हैं तो उसको आप 100 ग्राम के डिब्बों की मदद से बाजार में बेच सकते हैं अगर आप चाहें तो आपको अलग-अलग डिजाइन के अच्छे-अच्छे डब्बे होलसेल मार्केट से बड़ी आसानी से प्राप्त हो जाएंगे।

शहद की मार्केटिंग कैसे करें। (honey bee marketing)

शहद की मार्केटिंग क्यों की जाती हैं आखिर इससे क्या होता है अगर आप शहद बाजार में बेच रहे हैं तो उसके लिए आपको सबसे पहले जरूरत पड़ेगी शहद की मार्केटिंग करने की।

फिलहाल के दौर में बाजार के अंदर चार से पांच तरह के ब्रांड के शहद बेचे जा रहे हैं अगर आपके शहद की क्वालिटी बहुत अच्छी हैं कुछ भी मिलावट नहीं है बिल्कुल शुद्ध शहद है तो यह आपके लिए एक बहुत अच्छे एडवांटेज हो जाती है अपने शहद को अच्छी वैल्यू देने के लिए।

अगर आपके शहद की क्वालिटी अच्छी हैं तो लोग आपके शहद को लेना ज्यादा पसंद करेंगे इसके लिए आप होलसेल विक्रेताओं को अपने शहद बेच सकते हैं अगर उनको आपका शहद पसंद आया तो वह अपने सभी ऑर्डर भविष्य में आप को ही देंगे और आपका एक अच्छा खासा नाम भी मार्केट में बन जाएगा। 

और लोग खुद पर खुद आपके शहद के बारे में जानने लगेंगे अगर आपको अपने शहद की मार्केटिंग को फैलाना है तो उसके लिए आप अखबारों में अपने शहद के प्रति विज्ञापन भी छपवा सकते हैं और अपने शहद से संबंधित बैनर बनवा कर मार्केट में लगवा सकते हैं इससे आपको बहुत ही ज्यादा फायदा मिलेगा आपकी मार्केटिंग खुद पर खुद बढ जाएगी।

अपने बिजनेस के लिए लाइसेंस। (license for Business)

मधुमक्खी पालन रजिस्ट्रेशन, यह व्यापार करने के लिए आपको एक स्पेशल लाइसेंस की जरूरत पड़ती है आपको अपने प्लांट का पंजीकरण उद्योग आधार पर कराना पड़ता है इसके बाद आपको अपने फार्मिंग के नाम से एक करंट अकाउंट खुलवाना पड़ता है और साथ ही साथ आपको पैन कार्ड भी बनवाना पड़ता है। 

और आपके द्वारा बनाए गए शहद की जांच खाद्य विभाग में कराई जाती है और उसके बाद FSSAI के द्वारा लाइसेंस की प्राप्ति करनी होती है और आपका आपके बिजनेस के लिए एक ट्रेंड लाइसेंस की भी जरूरत पड़ती है।

और इमरजेंसी समय मैं कर भुगतान के लिए आपको फार्म के पंजीकरण जीएसटी के तहत भी कराना पड़ेगा इसी प्रकार से दूसरे व्यापारो की तरह आपके इस व्यापार में भी आपको विभिन्न तरह के आवश्यक लाइसेंस प्राप्त करने की आवश्यकता पड़ती हैं।

मधुमक्खी पालन की लागत। (honey bee farming cost)

अगर आप मधुमक्खी पालन का व्यवसाय करना चाहते हैं तो आपके लिए यह जानना अति आवश्यक हो जाता है कि आप इसमें कितनी लागत लगाने के लिए सक्षम हैं आपको यह बिजनेस करने के लिए कितनी लागत लगानी पड़ेगी अगर आप यह बिजनेस एक छोटे स्तर से शुरू करना चाहते हैं 

Honey bee farming box- अगर आप मधुमक्खी पालन की 10 Box के साथ अपना बिजनेस करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको 30,000 से 40,000 का बजट लेकर चलना होगा इसके अंदर मधुमक्खी पालन बॉक्स प्राइस और अन्य बहुत कुछ आपको मिल गया।

इसमें कुल खर्चा 30,000 से 40,000 तक आ जाएगा और इसमें सबसे अच्छी बात यह है कि यह बिजनेस 1 साल में 3 गुना बढ़ जाता है अगर आपने यह बिजनेस 10 मधुमक्खी पालन की पेटी से स्टार्ट किया है तो 1 साल के बाद आपकी मक्खी पालन के बॉक्स की संख्या बढ़कर 25 से 30 हो जाएंगे। 

क्योंकि मक्खी पालन के एक डब्बे से 1 साल में तीन डिब्बों की मक्खियों का उत्पादन हो जाता है इस तरह से अगर आप 10 box से अपना बिजनेस शुरू करेंगे तो 1 साल के बाद आपको 25 से 30 boxes की मक्खियां मिल जाएगी जिससे आपका Business दुगनी रफ़्तार पकड़ लेगा।

मधुमक्खी पालन से लाभ। (bee farming profits)

मधुमक्खी पालन से उत्पन्न होने वाले शहद से बहुत अच्छा मुनाफा कमाया जाता है मधुमक्खी पालन के एक डब्बे से 50 किलो शहद निकाला जाता है और वह ₹100 किलो के हिसाब से बाजार में बेचा जाता है इस हिसाब से एक डिब्बे से आपकी 5,000 की कमाई हो जाती है 

50 किलो शहद Into 100 रुपए किलो 

50  INTO 100 = 5,000

तो इस हिसाब से आपको एक डब्बे से ₹5,000 का मुनाफा होता है अगर आप अपना बिजनेस बड़े पैमाने पर कर रहे हैं तो इससे आपका एक महीने में लगभग एक लाख 15 हजार रुपया का मुनाफा हो जाता है बड़े पैमाने पर किया गया मधुमक्खी पालन के बिजनेस से निकलने वाले शहद का मूल्य लगभग 250 रुपया प्रति किलो के आस पास होता है।

Honey bee farming Business plan in India

मधुमक्खी पालन में ध्यान रखने योग्य बातें। (important things)

अगर आप मधुमक्खी Farm का बिजनेस कर रहे हैं तो इसके लिए आपको कुछ बातों का खास ध्यान रखना होगा वह कुछ इस प्रकार हैं।

1. वैसे अगर देखा जाए तो मधुमक्खियों के अंदर कोई भी रोग नहीं पाया जाता लेकिन कभी-कभी मधुमक्खियों के अंदर माइल नामक जैसी बीमारी हो जाती है लेकिन इसका भी बहुत सरल इलाज है आप मधुमक्खी पालन के डब्बे में दो कली लहसुन डाल दे इससे रोग जल्द से जल्द दूर हो जाता है और यह आपको प्रत्येक डिब्बे में डालनी होगी अगर ऐसे कुछ लक्षण आपको दिखाई दे तो।

2. और सबसे जरूरी बात यह भी है कि आप समय-समय पर आपके द्वारा डाली गई मधुमक्खियों की जांच भी करते रहे जिससे कोई भी परेशानी ना हो और जहां पर आपने मधुमक्खी का पालन कर रखा है वहां पर साफ सफाई का ज्यादा ध्यान दें और खुला एरिया होना चाहिए जहां पर हवा आराम से पास हो सके आप मधुमक्खी पालन का बिजनेस अपने खेतों में भी कर सकते हैं।

मधुमक्खी पालने का समय। (bees farming time during)

आम तौर पर देखा जाए तो मधुमक्खी पालन का सही समय होता है नवंबर का महीना अगर आप मधुमक्खी पालन का व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं तो आप नंबर महीने से यह बिजनेस शुरू कर सकते हैं इसके लिए आपको पहले से ही सभी व्यवस्था करनी पड़ेगी अगर आपको मधुमक्खी पालन के डिब्बे खरीदने में महंगाई का सामना करना पड़ता है तो आप यह डब्बे नवंबर माह से पहले ही खरीद कर रख ले।

सरकार द्वारा प्राप्त मदद। (Government help for bee farming)

इस व्यापार को करने के लिए भारत सरकार का एक विभाग MSME आपकी यह बिजनेस करने में मदद करता है इस मंत्रालय में खादी और विलेज इंडस्ट्री कमीशन के रूप में कहीं योजनाएं चलती आ रही हैं जिनमें मधुमक्खी पालन के बिजनेस को भी प्रोत्साहित किया जाता है सरकार द्वारा आपको क्या-क्या मदद मिल सकती हैं वह नीचे दी गई हैं।

1. मधुमक्खी पालन कैसे साईं की शुरुआत में सरकार शहद के प्रोसेसिंग प्लांट को लगवाने में मदद करती है इस प्लांट को लगवाने के लिए कुल लागत का 65 परसेंट भाग ऋण के तहत दिया जाता है।

2. यह ऋण तो आपको प्राप्त होता ही है इस ऋण के अलावा सरकार आपको 25 परसेंट की सब्सिडी भी प्रदान करती हैं इस तरह से आपके पास से लगने वाली लागत केवल 10 परसेंट हो जाती है यह काफी अच्छा है।

3. मान लीजिए अगर आप की कुल लागत 24 लाख 50 हजार की आ जाती है तो आपको लगभग 16 लाख रुपये, ऋण के तहत प्राप्त हो जाते हैं और मुनाफे के तहत आपको 6 लाख रुपए भी मिलेंगे। इस प्रकार व्यक्ति को अपनी ओर से यह बिजनेस करने के लिए केवल 2 लाख रुपए ही लगाने पड़ेंगे

सरकार द्वारा चलाई गई वेबसाइट इस बिजनेस के लिए।

सरकार द्वारा चलाई गई वेबसाइट इस बिजनेस को प्रोत्साहित करती हैं अगर आप सरकार से इस बिजनेस को करने में मदद लेना चाहते हैं तो आप नीचे दिए गए वेबसाइट पर विजिट कर वह जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

https://www.kviconline.gov.in

अगर आप इस बिल से संबंधित और भी जानकारी सरकार द्वारा हासिल करना चाहते हैं तो नीचे दिए गए टोल फ्री नंबर पर आप कॉल भी कर सकते हैं।

Toll Free No- 1800 3000 084 

अगर आप सरकार द्वारा मदद प्राप्त करना चाहते हैं तो आप इस तरीके से भी अपना बिजनेस कर सकते हैं।

तो दोस्तों यह थी कुछ मधुमक्खी पालन के व्यवसाय से जुड़ी जानकारियां, अगर आप भी Honey bee farming बिजनेस करना चाहते हैं तो आपको पूरी प्लानिंग के साथ यह बिजनेस करना होगा आपको सफलता जरूर मिलेगी अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो इसको ज्यादा से ज्यादा शेयर करें अगर आपको इससे संबंधित कोई सवाल पूछना है तो वह आप कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं या हमको मेल कर सकते हैं।

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मोमबत्ती बनाने का व्यापार कैसे शुरू करें। candle manufacturing business 2022

Mombatti बनाने का बिजनेस, Candle making machine द्वरा मोमबत्ती कैसे बनाएं।

Mombatti बनाने का बिजनेस एक ऐसा बिजनेस है जिसको शुरू करना बड़ा ही आसान है और इसमें लागत भी बहुत ज्यादा नहीं होती मोमबत्ती एक ऐसी चीज है जिसको बहुत जगह इस्तेमाल किया जाता है चाहे वह धार्मिक स्थल हो या घर परिवार या घर की सजावट के लिए हो हर जगह मोमबत्ती का इस्तेमाल किया जाता है। मोमबत्ती बनाने का व्यापार कैसे शुरू करें, और Candle making machine द्वरा Mombatti कैसे बनाएं इस सभी के बारे में संपूर्ण जानकारी आपको Hindi भाषा में दी गई है। 

इस बिजनेस को करके पूर्ण कालीन रूप से भी रुपए कमा सकते हैं। 2010 में एक रिपोर्ट के अनुसार पता लगाया गया था कि wax की मांग 10,000 मिलियन पाउंड बढ़ गई है।

जिसमें Mombatti की मात्रा 50% तक है और यह मांग तब से आज तक निरंतर रूप से बढ़ती ही चली जा रही है इस बढ़ती मांग को देखते हुए आप मोमबत्ती का बिजनेस करके उपभोक्ताओं की मांग को पूरा कर सकते हैं, और यह बिजनेस आपके भविष्य के लिए भी बहुत अच्छा साबित हो सकता है।

Mombatti के बिजनेस के लिए वित्तीय योजना।

आपको मोमबत्ती banane ka व्यापार शुरू करने से पहले पूरी प्लानिंग कर लेनी है जिससे आपको यह जानने में आसानी हो जाएगी की आप अपने व्यापार को छोटे या बड़े किस स्तर पर करना चाहते हैं। 

अगर आपको मोमबत्ती का व्यापार करने के लिए लोन लेने की आवश्यकता पड़े तो उसके लिए आपको कितना ब्याज चुकाना पड़ेगा आपको यह सभी जानकारी इकट्ठा कर लेनी है व्यापार के स्थापन से लेकर व्यापार शुरू करने तक सभी प्लानिंग आपको कर लेनी है 

इससे आपको अपना व्यापार शुरू करने में किसी परेशानी का तुरंत सामना नहीं करना पड़ेगा क्योंकि आप सभी काम अपनी प्लानिंग के अनुसार करेंगे।

अब जान लेते हैं Mombati में क्या-क्या सामग्री इस्तेमाल की जाती है जिससे हमारी मोमबत्ती बनकर तैयार होती है।

Mombatti बनाने के लिए कच्चा माल।

मोमबत्ती में लगने कच्चे माल की सूची आपको नीचे दी गई है और साथ ही साथ उसमे यह भी बताया गया है कि सामग्री का Price कितना होगा यह price फिक्स price नहींं होंगे इनमें थोड़ा बहुत ऊपर नीचे हो सकता है हमने लगभग आपको एक अंदाजा बताया हैं तो आइए जानते हैं मोमबत्ती बनाने में लगने वाली सामग्री और उनकी कीमत।

मोमबत्ती बनाने के लिए सामग्री की सूची।

पैराफिन मोम, बर्तन, कैस्टर तेल, मोमबत्ती के धागे, विभिन्न रंग, थर्मामीटर, सुगंध के लिए सेंट, ओवन पूरी सूची की टेबल लगानी है।

कच्चा माल per unit मूल्य – Price
पैराफिन mom 120 – रूपये
बर्तन या पॉट 240 – रूपये
कैस्टर oil 320 – रूपये
मोमबत्ती के धागे 40 – रूपये
विभिन्न Colour 85 – रूपये
थर्मामीटर 150 – रूपये
सुंगंध के लिए perfume 260 – रुपये
ओवन 5000 – रूपये

मोमबत्ती बनाने के लिए सामग्री कहां से खरीदें। raw material

मोमबत्ती बनाने के लिए आपको जरूरत होती है सामग्री की अब सवाल उठता है सामग्री कहां से खरीदें आप मोमबत्ती बनाने के लिए कच्ची सामग्री होलसेल की दुकान से बड़ी आसानी से खरीद सकते हैं 

थोक विक्रेताओं से सामग्री लेने का यह फायदा है, की वह आपकी मांग के अनुसार आपको सामग्री देने में सक्षम रहते हैं इसलिए आपको किसी भी मुसीबत का सामना नहीं करना पड़ेगा अगर आप चाहे तो मोमबत्ती बनाने की सामग्री online भी खरीद सकते हैं

बस आपको ध्यान रखना होगा आप जो भी सामग्री खरीद रहे हैं वह क्वालिटी में अच्छी हो अगर आप ऑनलाइन सामग्री खरीदना चाहते हैं तो आप नीचे दिए गए लिंक पर जाकर मोमबत्ती बनाने की सामग्री खरीद सकते हैं।

https://dir.indiamart.com/impcat/candle-raw-material.html

https://dir.indiamart.com/kolkata/paraffin-wax.html

https://www.justdial.com/Kolkata/Wax-Candle-Dealers-in-Burrabazar/nct-10534022

इन लिंक पर जाकर आप मोमबत्ती बनाने की सामग्री के बारे में सभी जानकारी हासिल कर सकते हैं।

अगर आप मोमबत्ती की कच्ची सामग्री की ऑफलाइन जानकारी लेना चाहते हैं तो इसके लिए हमने नीचे कुछ कंपनी के नाम दिए हैं जो आपको मोमबत्ती बनाने में लगने वाली कच्ची सामग्री उपलब्ध कराती हैं आइए जानते हैं उन कंपनी के बारे में।

  • कैंडलचेम, लिंक इंटरनेशनल यह कंपनी मुंबई की है और मस्जिद वाले इलाके में स्थित हैं

  • वेल्बुण कैंडल्स प्राइवेट, यह कंपनी बेंगलुरु की है और बीदादी में यह कंपनी स्थित है

  • पूजा क्राफ्ट एंड एंब्रोडरी, यह कंपनी भी मुंबई के पश्चिमी इलाके में बोरीवली में मौजूद है

हमने आपको कुछ कंपनी बताई है और इससे अलग भी बहुत ऐसी कंपनी मौजूद हैं जो मोमबत्ती बनाने की कच्ची सामग्री उपलब्ध कराती हैं जो अलग-अलग जगहों पर है।

मोमबत्ती का बिजनेस करने के लिए जगह का चुनाव। select your business location

इसमें सबसे महत्वपूर्ण होता है जगह का चुनाव करना अगर आप मोमबत्ती बनाने का बिजनेस करना चाहते हैं तो इसके लिए आप अपने Home से भी मोमबत्ती बनाने का विधि शुरू कर सकते हैं आप एक 15 बाई 15 के कमरे से भी मोमबत्ती बनाने का बिजनेस शुरू कर सकते हैं।

इस व्यवसाय की सबसे खास बात यही है कि यह बिजनेस करने के लिए आपको अत्यधिक जगह की जरूरत नहीं पड़ती आप छोटी जगह में भी सब कुछ एडजेस्ट कर सकते हो लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अगर आप यह बिजनेस घर से भी कर रहे हैं

तो आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि आपके पास मोम को पिघलाने के लिए पर्याप्त जगह होनी चाहिए और कच्ची सामग्री को रखने के लिए भी अच्छा स्थान होना चाहिए। और मोमबत्ती बनने के बाद मोमबत्ती को रखने के लिए भी स्थान का होना बहुत जरूरी है 

इसके लिए आपको एक कमरे से अलग भी थोड़ी बहुत जगह चाहिए होती है जहां पर आप यह सभी कार्य आसानी से कर सकेंगे आपको इतनी जगह जरूर रखनी चाहिए जहां से आप सभी काम कुशलता से कर सकें। अगर आप आने वाले टाइम में अपना व्यापार बढ़ाना चाहते हैं तो आप अपने कारखाने को एक जगह से दूसरे जगह पर भी आसानी से स्थानांतरित कर सकते हैं।

मोमबत्ती बनाने में कितना समय लगता है। Time duration

अब बात करते हैं मोमबत्ती बनाने में कितना समय लगता है अगर आप छोटे स्तर पर घर से ही Candles बनाने का बिजनेस चला रहे हैं तो यह निर्भर करता है कर्मचारियों की संख्या पर कितने कर्मचारी मोमबत्ती बनाने के कार्य को अंजाम दे रहे हैं।

उनकी कार्यक्षमता पर यह निर्भर करता है कि वह कितनी Mombatti का उत्पादन कर रहे हैं अगर सामान्य रूप से देखा जाए तो एक आदमी द्वारा मोमबत्ती बनाने की प्रक्रिया 25 से 30 मिनट में हो जाती है।

सांचे की संख्या के आधार पर देखा जाए तो 90 मोमबत्तियां का निर्माण आसानी से किया जा सकता है। अगर आप मोमबत्ती बनाने के लिए Automatic candle making machine का यूज कर रहे है तो आप ऑटोमेटिक मशीन द्वारा 15 मिनट के अंदर 300 मोमबत्तिय का उत्पादन बड़े आराम से कर सकते हो।

क्योंकि मोमबत्ती बनाने वाली मशीन बहुत हाई स्पीड से काम करती है इसलिए कम समय में मोमबत्तीयों का ज्यादा उत्पादन हो जाता है।

मोमबत्ती हाथ से बनाने का Tarika.

अगर आप मोमबत्ती manual हाथों से बनाना चाहते हैं तो उसके लिए आपको मोम को 290 डिग्री से 380 डिग्री पिघालना होगा उसके बाद आप मोम को सांचे के अंदर डालकर इसको ठंडा होने के बाद इसमें ड्रिल मशीन की सहायता से या मोटी सी सुई की मदद से cotton धागा या batti लगाकर उसमें गरम मोम को लगाकर बराबर करना होगा और फिर मोमबत्ती बनने के बाद उसको पैक करके मार्केट में आप बेच सकते हो।

मोमबत्ती के बिजनेस में लगने वाली लागत।

अगर आप चाहते हैं कि आप अपने मोमबत्ती बनाने का व्यापार छोटे स्तर से शुरू करे तो इसके लिए आपको बहुत अधिक लागत लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी आप 10,000 से लेकर 50,000 तक की लागत लगाकर भी शुरू कर सकते हैं यह कोई बड़ी बात नहीं है आप आसानी से इतना निवेश कर पाओगे।

मोमबत्ती की पैकेजिंग। Candle packaging

सभी काम हो जाने के बाद एक अच्छी मोमबत्ती तैयार हो जाने के बाद आवश्यकता होती है उसकी Packaging की आप मोमबत्ती की पैकिंग हाथों द्वारा भी कर सकते हैं

अगर आप मोमबत्ती की पैकिंग मशीन द्वारा करना चाहते हैं तो आप वह भी कर सकते हैं मोमबत्ती की पैकिंग फिलिंग मशीन द्वारा की जाती है और आप हाथों से भी कर सकते हैं और पैकिंग ही ऐसी चीज हैं जिससे मोमबत्ती सुरक्षित रहती हैं।

यह भी ध्यान में रखना चाहिए कि अत्यधिक गर्म जगह पर या अत्याधिक गर्मी की वजह से मोमबत्ती पिघलना शुरू ना हो जाए इसके लिए मोमबत्ती के पैकिंग उसके आकार के अनुसार रंग-बिरंगे पेपर में या प्लास्टिक पैकिंग के माध्यम से की जाती है अगर आप चाहे तो इनको डब्बो में भी पैक कर सकते हैं।

आप चाहे तो साधारण रूप से मोमबत्ती की पैकेजिंग करने के लिए Cardboard box मोमबत्ती के आकार का ले ले। उसके बाद मोमबत्ती को बबली रेप करके या बुलबुले टाइप से लपेट कर कार्ड बॉक्स में डालकर पैकेजिंग कर दे फिर अपनी मोमबत्ती को उसके ब्रांड का नाम देकर स्टीकर भी चिपका दे।

मोमबत्ती के बिजनेस में मुनाफा। business profit

अगर आप मोमबत्ती बनाने का बिजनेस कर रहे हैं तो उसके लिए अगर देखा जाए तो ज्यादा कर्मचारियों की जरूरत नहीं पड़ती जिसके कारण मोमबत्ती बनाने के व्यवसाय में कम लागत आती है और अधिक मुनाफा हो जाता है 

आपको अपना मुनाफा खुद ही तय करना होगा आपकी मोमबत्ती के संबंधित से लेकर उसको बनाने तक के खर्चे को निकालकर अपना मुनाफा लगाकर उसको मार्केट में बेचना होगा। 

आप जितने अच्छे तरीके से है काम करोगे आपको उतना अच्छा मार्जन प्राप्त होगा और साथ ही साथ आपको यह भी देखना होगा कि आप से अलग जो मोमबत्ती का व्यवसाय कर रहे हैं जो मोमबत्ती बेच रहे हैं उनकी मोमबत्ती का मूल्य कितना है

आपको वह मूल्य ध्यान में रखते हुए अपना मूल्य निर्धारित करना है, हो सके तो आप उनसे कुछ कम अपनी मोमबत्ती का मूल्य निर्धारित करें जिससे मार्केट में आपके मोमबत्ती की ज्यादा डिमांड बढ़ेगी

मोमबत्ती उद्योग शुरू करने में यह सब अपनाएं।

कंपनी की संरचना- मोमबत्ती व्यवसाय प्रशिक्षण – अगर आप छोटे स्तर पर अपना व्यापार करना चाहते हैं तो आप स्वयं की स्वयं इत्ते वाली कंपनी एलएलसी सीमित देयता कंपनी के साथ साझेदारी का विकल्प चुन सकते हैं

रजिस्ट्रेशन- यह सबसे जरूरी होता है आप कंपनी के संरचना के अनुसार अपना बिजनेस दर्ज करें आप जिस शहर में रहते हैं या जिस शहर में आप अपना बिजनेस कर रहे हैं वहां से परमिट ले सकते हैं परमिट लेने के लिए आपको क्लर्क कार्यालय से पूछताछ करनी होगी और अपने बिजनेस को SSI यूनिट में रजिस्टर कराना होगा।

पैन कार्ड- पैन कार्ड भी बहुत जरूरी है आप जो भी व्यवसाय बिजनेस कर रहे हैं या करना चाहते हैं उसके लिए आप पैन कार्ड का आवेदन कर सकते हैं कोई भी वैसा ही करने से पहले उसके लिए आप व्यवसाय पैन कार्ड प्राप्त कर लें।

व्यवसायिक खाता- आप किसी भी बैंक से अपना व्यवसाय खाता खोल सकते हैं यह खाता खोलने से यह होगा कि आप को व्यवसायिक खरीद करने में किसी भी तरह की मुसीबत का सामना नहीं करना पड़ेगा और यह आपके अपने खर्चों को अलग रखने में भी आपकी मदद करेगा जिससे पता चलेगा कि आप अपने बिजनेस के लिए कितना खर्च किए हैं या कितना प्राप्त किया यह सब देखने के लिए आपको अपना खाता ट्रेक में रखना होगा।

करों का भुगतान- अगर आप कोई भी बिजनेस कर रहे हैं उसके लिए आपको करो का भुगतान करना पड़ेगा जिसके लिए आपको पहले पंजीकरण कराना पड़ेगा अपने राज्य में वैसे तो इस कर का भुगतान आमतौर से 1 साल में किया जाता है इसके बारे में आप अत्यधिक जानने के लिए अपने राज्य को अच्छी तरीके से जान ले आपको इसके बारे में सभी जानकारी मिल जाएगी।

candle making machine द्वरा Mombatti kaise banaye

अगर आप बड़े स्तर पर बिजनेस कर रहे हैं यह चीज अपनाएं।

कंपनी का नाम- सबसे महत्वपूर्ण यही होता है कि अपनी कंपनी के नाम का चुनाव करना कंपनी के ब्रांड का नाम एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है। तो आप अपनी कंपनी का नाम सोचने के लिए आराम से इसको टाइम दें अच्छे से जांच कर अच्छा सा नाम आप अपनी कंपनी का सिलेक्ट करें और फिर उस नाम को पंजीकृत करा कर अपने कंपनी के नाम को सुरक्षित कर ले और रजिस्ट्रेशन करके उस नाम को प्राप्त कर ले।

मोमबत्ती बनाने के लिए मशीन। Candle Making machine

अगर आप Candle making machine‌ द्वारा mombatti बनाना चाहते हैं तो उसके लिए आपको कैंडल मशीन की जरूरत पड़ेगी आपको मोमबत्ती मशीन अलग-अलग तरह की मिल जाएगी और अलग-अलग क्षमताओं वाली मिल जाएगी।

कैंडल मेकिंग मशीन प्राइस।

अगर आप मोमबत्ती बनाने की मशीन लेना चाहते हैं तो यह आपको बाजार के अंदर बड़ी आसानी से मिल जाएगी अगर इसकी कीमत की बात की जाए तो इसकी कीमत लगभग 40,000 से लेकर 2,00,000 तक हो सकती हैं।

आप जितनी अच्छी मशीन लोगे आपका उत्पादन उतना अच्छा बढ़ेगा और उसकी क्षमता उतनी अच्छी होगी मोमबत्ती का व्यापार के अनुसार तीन तरह की मशीन सुर्खियों में आती हैं जो इस प्रकार हैं।

मैनुअल मशीन- यह मशीन मैनुअल रूप से चलाई जाती है इसको मैनुअली ऑपरेट करना पड़ता है यह बहुत सहज भी है इस मशीन के द्वारा आप 1 घंटे के अंदर 1800 से 2000 मोमबत्ती का निर्माण आसानी से कर सकते हो। 

अर्ध स्वचालित मशीन- यह स्वचालित मशीन होती है इसको स्वचालित करना बड़ा आसान होता है इसमें मोमबत्ती के आकार को सेट भी कर सकते हैं और इस मशीन के अंदर मोम को ठंडा करने के लिए पानी की भी सुविधा उपलब्ध होती है।

ऑटोमेटिक मशीन- यह फुली ऑटोमेटिक मशीन होती है इसके द्वारा आप मोमबत्ती को कोई भी डिजाइन दे सकते हैं आप चकोर मोमबत्ती भी बना सकते हैं और जन्मदिन में यूज होने वाली छोटी बड़ी मोमबत्ती को आकार भी दे सकते हैं इस मशीन में आप 1 मिनट के अंदर 250 से 300 मोमबत्ती का उत्पादन बड़े आराम से कर सकते हैं और आप सांचे का प्रयोग करके भी अलग-अलग डिजाइन की मोमबत्तीओ का उत्पादन कर सकते हैं।

मोमबत्ती के बिजनेस का प्रचार। Candle Business promotion

आप कोई भी बिजनेस कर रहे हैं या कोई भी बिजनेस करना चाहते हैं तो सबसे अहम हिस्सा यह होता है कि आप अपने बिजनेस का प्रचार कैसे करें सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होता है अपने बिजनेस का प्रचार करना।

जिससे लोग आपके बिजनेस को जाने आपके प्रोडक्ट को जान सके कि आपके पास यह प्रोडक्ट उपलब्ध है इसके लिए आपको अपने बिजनेस का प्रचार करना आवश्यक हो जाता है

अगर आप अपने मोमबत्ती के बिजनेस का प्रचार करते हैं तो इससे आपकी मोमबत्ती की बिक्री भी बहुत तेजी से बढ़ेगी आप अपने बिजनेस का प्रचार बहुत तरीकों से कर सकते हैं जैसे हमने पहले भी बताया है कि आप अपने बिजनेस का प्रचार ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरीकों से कर सकते हैं।

1. पोस्टर या बैनर के माध्यम से।

आप अपनी मोमबत्ती के बिजनेस का प्रचार पोस्टर के माध्यम से बड़ी आसानी से कर सकते हैं आप अपने मोमबत्ती के ब्रांड के नाम से पोस्टर छपवा सकते हैं बैनर छपवा सकते हैं जिनको आप मार्केट में लगवा सकते हैं

जिससे लोगों को पता चल सके कि इस जगह पर यह प्रोडक्ट मिलता है आप एक बड़ा सा बोर्ड भी बनवा सकते हैं जिसको आप अपनी फैक्ट्री या अपने मोमबत्ती बनाने के स्थान पर लगा सकते हैं

या आपने मोमबत्ती की कोई शॉप खोल रखी है तो उसके ऊपर भी आप एक बड़ा सा बोर्ड तैयार करवा कर लगा सकते हैं इससे आपको बहुत ज्यादा फायदा होगा लोग दूर से ही पहचान लेंगे कि इस दुकान पर यह प्रोडक्ट मिलता है। 

आप अखबार में भी अपने बिजनेस से संबंधित विज्ञापन छपवा सकते हैं क्योंकि आजकल न्यूज़पेपर हर कोई पढता है इसलिए आप इस चीज का फायदा उठा सकते हैं और अपना बिजनेस बहुत आगे लेकर जा सकते हैं।

2. ऑनलाइन प्रचार। Online promotion

आप ऑनलाइन भी अपनी Mombatti का प्रचार कर सकते हैं आप अपने मोमबत्ती के ब्रांड के नाम से ऑनलाइन एडवर्टाइजमेंट कर सकते हैं जिससे लोगों को आपके एडवर्टाइजमेंट देखकर पता चल जाएगा कि यहां पर मोमबत्ती की बिक्री की जाती है 

आप अपने मोमबत्ती के ब्रांड का चित्र कुछ इस तरीके से बनाए जिससे ग्राहक बहुत ज्यादा आकर्षित हो जाए फिर उसको आप अलग-अलग जगह पर ऑनलाइन तरीके से प्रमोट कर सकते हैं

आप फेसबुक पर भी अपने products से रिलेटेड एडवर्टाइजमेंट कर सकते हैं और यूट्यूब वगैरह पर भी प्रमोशन कर सकते हैं इससे आपको बहुत ज्यादा बेनिफिट होगा

अगर कोई आपके एडवर्टाइजमेंट को देखकर आपको मोमबत्ती का ऑर्डर देगा आप वहां पर अपना मोमबत्ती का आर्डर पहुंचा कर वहां से भी मार्जन प्राप्त कर सकते हैं यह भी एक बहुत अच्छा तरीका है ऑनलाइन प्रमोशन का।

तो दोस्तों यह थी Candle making machine द्वारा Mombatti बनाने की विधि से लेकर मोमबत्ती बेचने तक का सफर अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी तो आप इस जानकारी को अपने फ्रेंड तक अपने रिलेटिव तक जरूर पहुंचाएं 

जिससे उनको भी थोड़ा इसको जानने में हेल्प मिल सके अगर वो भी यह बिजनेस करना चाहते हैं तो वो भी यह बिजनेस कर सकते हैं बस जरूरत है पूरी प्लानिंग के साथ बिजनेस करने की अगर आप पूरी प्लानिंग के साथ अपना बिजनेस करते हो तो आपका बिजनेस कभी नीचे नहीं गिरेगा। 

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नहाने की Sabun बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें 2022 | soap making machine and Business in hindi

नहाने का Sabun बनाने का व्यापार, Soap making machine

Sabun से nahane में अलग ही मजा है आज के टाइम में लगभग सभी लोग प्रतिदिन साबुन से नहाते हैं बिना साबुन के नहाना ऐसा लगता है जैसे बिना नमक के सब्जी। 

आज के टाइम में स्नान के समय साबुन (Soap) प्रतिदिन प्रयोग में लाई जाती है बाजार के अंदर अलग-अलग तरह के साबुन मौजूद हैं जिनमें कुछ ब्रांडेड भी हैं और कुछ नॉर्मल साबुन भी हैं और सभी साबुन की डिमांड आज के टाइम में बहुत ज्यादा है। आज हम आपको बताएंगे कि आप साबुन का बिजनेस कैसे कर सकते हैं और आप मशीनोंं द्वारा सााबुन कैसेे बना सकते हैंं। (Soap making machine)

हर व्यक्ति को एक हफ्ते में नया साबुन खरीदना पड़ता है अगर आप ऐसे में साबुन बनाने का कारोबार (soap making Business) शुरू करते हैं तो यह कहना गलत नहीं होगा कि आपका बिजनेस नहीं चलेगा क्योंकि साबुन की डिमांड इतनी है कि यह बिजनेस झक मारकर चलेगा अगर अच्छी प्लानिंग से किया जाए आपका साबुन बनाने का तरीका अच्छाा हो तो। 

हम आज आपको इसी बारे में बताने वाले हैं कि साबुन का उद्योग आप कैसे कर सकते हैं कम बजट में, आप भी India मे साबुन बनाने की फैक्ट्री लगा सकते हैं और इसमें काफी ज्यादा मुनाफा भी कमा सकते हैं आइए जानते हैं साबुन बनाने के बिजनेस के बारे में।

साबुन बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाला सामान। 

अगर आप साबुन बनाने का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको जरूरत पड़ेगी साबुन बनाने का रो मटेरियल की जिससे साबुन बनाई जाती है साबुन बनाने के लिए आवश्यक सामग्री क्या क्या है अब वह जानिए।

  • सॉप नूडल्स – Soap नूडल्स यह coconut के ओएल से बना होता है आपको इसकी जरूरत पड़ेगी

  • स्टोन पाउडर – आपको साबुन बनाने के लिए स्टोन पाउडर की भी जरूरत पड़ेगी यह भी बहुत जरूरी है।

  • रंग – साबुन बनाने के लिए साबुन को अच्छा रंग देने के लिए आपको रंग की जरूरत पड़ेगी।

  • परफ्यूम – यह सबसे जरूरी है किसी भी साबुन की महक ग्राहक को अपनी और आसानी से आकर्षित कर सकती है इसलिए परफ्यूम साबुन के लिए बहुत जरूरी है जिससे साबुन से अच्छी खुशबू आएगी।

साबुन बनाने के सामान का Price

अगर देखा जाए तो आपको साबुन बनाने का मटेरियल ज्यादा महंगा नहीं मिलता यह नॉर्मल दामों में मिल जाता है जैसे सॉप नूडल्स 75 से 80 रुपए प्रति किलो मिल जाता है अगर आप 50 किलो यह मटेरियल खरीदते हैं तो इसमे आपका 3500 से 4,000 का खर्चा आ जाएगा।

साबुन बनाने का सामान कहां मिलेगा। raw material

आप साबुन बनाने की सामग्री होलसेल market से भी खरीद सकते हैं यह बड़ा आसान है अगर आप घर बैठे यह सामग्री पाना चाहते हैं तो आप इसको ऑनलाइन भी मंगवा सकते हैं उसके लिए आपको नीचे दी गई साइट पर जाकर विजिट करना।

dir.indiamart.com

इस वेबसाइट पर जाकर आप साबुन बनाने की सामग्री हासिल कर सकते हैं अपने बजट अनुसार।

साबुन बनाने की मशीन (soap making machine)

साबुन बनाने की मशीन यह भी जरूरी है कि अगर आप साबुन बनाने का कारोबार शुरू कर रहे हैं तो आपको साबुन बनाने की मशीन भी जरूर चाहिए होगी वह कौन कौन सी मशीन है उसके बारे में आपको नीचे बताया गया है साबुन बनाने के लिए तीन तरह की मशीन प्रयोग में लाई जाती है

1. सामग्री को मिलाने की मशीन

2. मिलर मशीन

3. तीसरा है साबुन प्रिंटिंग मशीन

आपको sabun बनाने के लिए ऊपर दी गई तीन तरह की मशीन की जरूरत पड़ेगी अब सवाल आता है की आप यह साबुन बनाने की मशीन कहां से खरीद सकते हैं आइए जानते हैं

आप साबुन बनाने की मशीन हो होलसेल हार्डवेयर की दुकान से भी खरीद सकते हैं अगर आप चाहते हैं कि आप यह मशीन ऑनलाइन खरीदें तो आप ऑनलाइन भी साबुन बनाने की मशीन खरीद सकते हैं 

उसके लिए आपको नीचे दिए गए लिंक को कॉपी करके गूगल में पेस्ट करना होगा जिससे आप मशीन खरीदने वाली वेबसाइट पर चले जाएंगे। लिंक कुछ इस प्रकार है।

dir.indiamart.com/impcat/soap-making-machinery.html

आप इस लिंक के द्वारा साबुन बनाने की मशीन खरीद सकते हैं आपको जिस प्रकार की मशीन खरीदने हैं वह सब आप यहां से खरीद सकते हैं और मशीनों के बारे में डिटेल भी जान सकते हैं

साबुन बनाने की मशीन की कीमत। Machine Price 

अगर आप साबुन बनाने की मशीन खरीदना चाहते हैं तो आपको लगभग 65000 से 70000 रुपए का बजट रखना होगा इतने रुपए में मशीन का पूरा सेटअप आ जाएगा अधिक जानकारी के लिए आप हमारे द्वारा ऊपर दिए गए लिंक पर जाकर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। अगर आप साबुन बनाने की बड़ी मशीन लेना चाहोगे जो फुली ऑटोमेटिक होती है तो उसमें आपका लाखों का खर्चा आ जाएगा आप अपने हिसाब से मशीन का चुनाव करें जितनी ज्यादा महंगी मशीन होती है उतना ज्यादा उसमें एडवांटेज मिलता है। अब बात कर लेते हैं कि साबुन आखिर बनाई कैसे जाती है 

कुछ इस तरह की होती है साबुन बनाने की मशीन।

soap making machine

नहाने की साबुन बनाने की विधि।

  • साबुन बनाने की Vidhi कुछ इस प्रकार है, सबसे पहले आपको अपने हिसाब से शॉप मॉडल ले लेना है जितना आप साबुन banane वाले हैं उस हिसाब से 10 किलो 20 किलो या 50 किलो Soap noodles ले सकते हैं और फिर आपको इसे मिक्चर मशीन में डालना है इसे मिक्सचर मशीन में तब तक डाल कर रखना है जब तक नूडल टूट ना जाए।

  • जब आप शॉप नूडल्स को मिक्सर मशीन में तैयार करते हैं उसके कुछ समय बाद आपको इसमें स्टोन पाउडर मिला देना है स्टोन पाउडर की मात्रा आपके नूडल्स की मात्रा पर निर्भर करती है अगर आपने 50 किलोग्राम शॉप नूडल लिया है तो उसने 1.5 किलोग्राम स्टोन पाउडर मिलाया जाता है। 

  • शॉप नूडल्स में स्टोन पाउडर मिलाने के बाद अब बात आती है इसमें रंग डालने की मान लीजिए अगर आप चंदन का साबुन बना रहे हैं तो उसमें चंदन का रंग मिला सकते हैं और साथ ही साथ उसमें आपको परफ्यूम भी मिलाना होगा वह भी चंदन की खुशबू का। आपको 50 किलोग्राम में लगभग आधा किलो परफ्यूम और रंग डालना होगा

  • शॉप नूडल्स और स्टोन पाउडर, रंग और परफ्यूम अच्छे से मिक्स हो जाने के बाद आपको यह सब मिलर मशीन के अंदर डालना होगा।

  • यह मशीन इस मिक्सर को बारिक करने का काम करती है इसकी मदद से आप अपने प्रोडक्ट को अच्छा बनाने के लिए 6 से 7 बार बारीक कर सकते हैं और इस प्रोडक्ट को बारीक करने के दौरान आप इसमें आधा किलोग्राम पानी भी इस्तेमाल करें।

  • लगभग 15 मिनट के बाद आप 50 किलोग्राम के रो मटेरियल से 100 ग्राम के हिसाब से साबुन के 500 पीस तक तैयार कर सकते हैं।

  • अब आखरी काम होता है इस सभी मिश्रण को मिलर मशीन से निकालकर आपको शॉप प्रिंटिंग मशीन में डालना होगा इसके बाद आपका साबुन बनकर तैयार हो जाएगा।

साबुन बनाने की ट्रेनिंग, कहां से लें।

अगर आप साबुन बनाने की मशीन लेने के बारे में सोच रहे हैं तो आपके मन में यह ख्याल भी आ रहा होगा कि साबुन बनाने की मशीन को चलाने के लिए ट्रेनिंग कहां से लें कैसे वह मशीन इस्तेमाल में लाई जा सकती हैं।
इसी को ध्यान में रखते हुए मैं आपको बता दूं कि अगर आप साबुन बनाने की ट्रेनिंग लेना चाहते हैं तो उसके लिए आप यूट्यूब का सहारा भी ले सकते हैं आप यूट्यूब पर देख कर sabun बनाना सीख सकते हैं। 
या फिर जहां से आप साबुन बनाने की मशीन खरीदोगे वहां पर आपको यह भी बता दिया जाएगा कि यह इस्तेमाल कैसे की जाती है यह चलाई कैसे जाती है और कितनी देर में कितना प्रोडक्शन यह निकालती हैं और कैसे-कैसे इस पर काम किया जाता है यह सब जानकारी आपको मशीन विक्रेता खुद प्रदान कर देंगे तो इसके बारे में आपको बिल्कुल भी टेंशन लेने की जरूरत नहीं है।

साबुन की पैकेजिंग। Packaging

यह सबसे महत्वपूर्ण कार्य है साबुन की पैकिंग करना साबुन बेचने के लिए आपको packaging का ध्यान देना बहुत जरूरी है पैकेजिंग के लिए आपके रो मटेरियल से बने साबुन को शॉप प्रिंटिंग मशीन के द्वारा अपने ब्रांड का नाम देना होता है।

और इसके बाद आपको अपने साबुन को कागज के बने ब्रांड कागज में इसको पैक करना होता है फिर इसके बाद आपको यह साबुन मार्केट में sale करना यानी कि बेचना होता है।

साबुन के बिजनेस के लिए लाइसेंस। License for Business

अगर आप अपना साबुन बनाने का बिजनेस कर रहे हैं तो इसके लिए आपको license की भी जरूरत पड़ती है अगर आप अपने साबुन के बिजनेस का लाइसेंस लेना चाहते हैं उसके लिए आपको नगर पालिका के व्यापार विभाग में जाना होगा वहां से आप अपना लाइसेंस प्राप्त कर सकते हैं।

लाइसेंस प्राप्त होने के बाद कंपनी की IT RETURN इत्यादि में बहुत ज्यादा मदद मिलती है अगर आप अपना बिजनेस लंबे समय तक करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको लाइसेंस की आवश्यकता जरूर पड़ेगी अगर आप कोई भी बिजनेस करें तो भी आप लाइसेंस जरूर बनवाए हैं बहुत फायदेमंद होता है।

Sabun के बिजनेस की Marketing कैसे करें।

अगर आप अपने साबुन की मार्केटिंग अच्छे से करते हैं तो आपके बिजनेस में बहुत ज्यादा फायदा हो सकता है आप अपनी साबुन को थोक में बेचने के लिए अपने शहर की बड़ी-बड़ी दुकानों पर अपनी साबुन सप्लाई कर सकते हैं।

क्योंकि बड़ी-बड़ी दुकानों से ही साबुन की बहुत ज्यादा खपत होती है इन दुकानों से ही छोटी-छोटी दुकानों वाले साबुन खरीदते हैं। अगर आपका साबुन का पैकेज कागज दिखने में अच्छा है और साबुन की खुशबू भी बहुत अच्छी है तो यह मार्केट को अपनी ओर पूरा आकर्षित कर सकता है।

और आपको इसमें बहुत ज्यादा लाभ भी मिल सकता है। और साथ ही साथ आप अपने साबुन की मार्केट अपने शहर से अलग भी कर सकते हैं आपको दूसरे शहर में जाकर अपनी साबुन के सैंपल दिखाने होंगे अगर किसी थोक विक्रेता को आपके सैंपल अच्छे लगे तो आप उनको भी अपनी साबुन सप्लाई कर सकते हैं यह भी आपके लिए बहुत फायदेमंद होगा।

साबुन की Online Marketing 

अगर आप अपनी साबुन को ऑनलाइन ले जाना चाहते हैं अगर आप अपनी साबुन को online भी sale भी करना चाहते हैं तो यह भी बहुत ज्यादा आपको बेनिफिट दे सकता है

आपको अपने साबुन से संबंधित Facebook वगैरह पर एडवर्टाइजमेंट करने होंगे या आप अपनी साबुन से संबंधित कोई वेबसाइट भी बना सकते हैं जहां पर साबुन की ऑनलाइन बुकिंग की सर्विस दे सकते है आप ऐसी वेबसाइट बना सकते हैं और अपने साबुन को ऑनलाइन भी बेच सकते हैं इसमें भी बहुत ज्यादा फायदा आपको देखने को मिलेगा। 

साबुन की कैटेगरी। Soap Catagory

वैसे देखा जाए तो मार्केट में केवल नहाने की ही नहीं बल्कि और भी बहुत सारी ऐसी साबुन हैं जो मार्केट में बेची जाती हैं जैसे नहाने की साबुन जिसके बारे में आप जानते हैं और इससे अलग kapde धोने की साबुन Rin, Detergent soap भी मार्केट में बेची जाती है अगर आप चाहे तो कपड़े धोने की साबुन बनाने की मशीन भी ले सकते हैं

और bartan dhone की sabun भी मार्केट में बहुत बेची जाती है। हाथ धोने की साबुन से लेकर Toilet Soap तक सभी मार्केट के अंदर बेची जाती हैं। इन साबुन की डिमांड भी बहुत ज्यादा है मार्केट में,

अगर आप चाहे तो इस तरह की साबुन का रो मटेरियल खरीद कर, soap making machine मे साबुन बनाकर इस तरह की साबुन भी मार्केट में बेच सकते हैं और अच्छा खासा मुनाफा इनसे भी कमा सकते हैं। 

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लैपटॉप कंप्यूटर रिपेयरिंग बिजनेस कैसे शुरू करें | start your laptop computer repairing business 2022

how to start Computer, laptop Repairing Business, कंप्यूटर रिपेयरिंग

अगर आप Computer Repairing का बिजनेस करना चाहते हैं। या करने की सोच रहे हैं तो हम आपके लिए आज इसी बारे में जानकारी लेकर आए हैं कि यह Business करने में आपको क्या-क्या करना होगा यह बिजनेस करने में आपको किन चीजों की जानकारी होना आवश्यक है इसी सब के बारे में हम आज आपको बताएं।

Computer repairing business क्या है।

आज के टाइम में कंप्यूटर और Laptop जैसे Device लोगों की आवश्यकता बन गई है, घर पर बाहर ऑफिस में कॉलेज में यूनिवर्सिटीज में company में हर जगह आपको कंप्यूटर लैपटॉप वगैरा देखने को मिलेंगे इनके जरिए कई काम बड़ी आसानी से हो जाते हैं। 

इसलिए लोग इन सब का बहुत ही ज्यादा यूज करते हैं इसी के चलते अगर computer laptop वगैरह की इतनी Demand है और लोग इनको ज्यादा इस्तेमाल करते हैं, तो जाहिर सी बात है यह डिवाइस बिगड़ भी जाती है इनमें खराबी भी हो जाती है ऐसे में लोग अपने Computer वगैरह को किसी कंप्यूटर लैपटॉप रिपेयरिंग करने वाले के पास ले जाकर Repair  कराते हैं।

इसीलिए अगर लैपटॉप कंप्यूटर की मांग ज्यादा बढ़ गई है तो इनकी खराबी को देखते हुए भी रिपेयर करने वालों की मांग भी बहुत ज्यादा बढ़ चुकी है अगर ऐसी स्थिति में Computer, laptop Repairing का व्यवसाय शुरू किया जाए तो यह कोई बुरी बात नहीं होगी तो आइए जानते हैं इसके बारे में।

Laptop, Computer Repairing करने के लिए स्किल।

अगर आप लैपटॉप , कंप्यूटर रिपेयरिंग करने का बिजनेस करना चाहते हैं तो आपको कंप्यूटर कौशल होना चाहिए और इसके साथ ही साथ आपको Hardware एंड Software दोनों की जानकारी होना बहुत आवश्यक है अलग सिस्टम की कॉन्फ़िगरेशन और विनिर्देश आपको पता होना चाहिए 

आपको कंप्यूटर ज्ञान लैपटॉप जैसी डिवाइस को Repair करने का ज्ञान जरूर होना चाहिए अगर कोई ग्राहक आपको अपना कंप्यूटर देता है उसको ठीक करने के लिए तो आपको किसी कस्टमर को निराश नहीं करना चाहिए एकदम अच्छे से रिपेयर करके देना चाहिए इसके लिए आपको आवश्यकता है Repairing के ज्ञान की। और इसके साथ साथ जब आप यह Business करते हैं तो आपको अपनी Repairing Skills को update करते रहना चाहिए नई नई चीजें सीखते रहना चाहिए जिससे बहुत से काम आसान हो जाएंगे। 

Computer repairing कहां से सीखे।

सबसे पहले आपको जरूरत होगी कंप्यूटर रिपेयरिंग का काम सीखने की, अब सवाल उठता है आप Computer Repairing का बिजनेस तो करना चाहते हैं, लेकिन आप से कंप्यूटर रिपेयरिंग करना नहीं आता तो इसके लिए आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है आज के टाइम में ऐसे बहुत से इंतजाम है इनकी वजह से आप कंप्यूटर रिपेयरिंग का काम आसानी से सीख सकते हैं,

आप चाहे तो किसी Computer Repairing shop पर कुछ महीनों काम करके कंप्यूटर रिपेयरिंग का काम सीख सकते हैं या आप घर बैठकर ये काम सीखना चाहते हैं तो आप यह काम Online भी सीख सकते हैं 

जैसे- Cnet.com और Ddnet.com यह दो वेबसाइट है आप इंटरनेट पर इन वेबसाइट पर विजिट करके भी कंप्यूटर रिपेयरिंग के बारे में ज्ञान ले सकते हैं या आप चाहे तो YouTube से भी Online वीडियो देखकर कंप्यूटर लैपटॉप जैसे को रिपेयर करने का काम सीख सकते हैं इसके अलावा ऐसे बहुत से Institute होते हैं जो Computer वगैरा की repairing का काम सिखाते हैं वहां जाकर आप सब कुछ प्रैक्टिकली सीख सकते हैं यह भी आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है बस आपको सबसे पहले यही काम करना है कि आपको कंप्यूटर रिपेयर करने का काम सीखना है तभी जाकर आप अपना बिजनेस चालू करें।

Business के लिए जगहा का चुनाव।

कंप्यूटर रिपेयरिंग का बिजनेस करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण होता है जगह का चुनाव करना की कैसी जगह पर हम अपना बिजनेस शुरू करें जहां पर आपका बिजनेस एकदम अच्छा चल जाए।

अगर आप चाहते हैं कि आप अपना कंप्यूटर रिपेयरिंग का स्टोर ना खोलते हुए कंप्यूटर रिपेयर करने की Service घर-घर जाकर प्रोवाइड करें तो आप यह भी कर सकते हैं।

लेकिन इसमें आपको एक परेशानी का सामना करना पड़ेगा वह यह है कि आपको लोग बहुत कम जानेंगे लोगों को पता नहीं होगा कि आप Computer Repairing का work करते हैं। अगर दूसरी तरफ आप अपना स्टोर खोलते हैं आप अपने कंप्यूटर रिपेयरिंग की शॉप खोलते हैं तो यह आपके लिए एक अलग एडवांटेज लेकर आएगा लोगों को खुद पर खुद पता चलेगा आपकी शॉप को देखकर कि यहां पर कंप्यूटर रिपेयरिंग की जाती है। 

इसके लिए आपको सबसे पहले ऐसी Market का चुनाव करना होगा जहां पर कंप्यूटर रिपेयरिंग की शॉप ना हो या बहुत कम हो और लोगों की भीड़ ज्यादा हो ज्यादा भीड़भाड़ वाला एरिया हो जहां पर आपका Business बहुत लोगों तक खुद ब खुद पहुंच जाएगा और लोग आपको जानने लगेंगे। और आपका बिजनेस अच्छा चलेगा

Computer repairing स्टोर का प्रचार।

अगर आप कंप्यूटर या लैपटॉप रिपेयरिंग का काम शुरू करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको जरूरत पड़ेगी अपने बिजनेस का प्रचार (pramotion) करने की अगर आपने अपना बिजनेस स्टार्ट कर लिया है, तो फिर बात आती है कि लोगों को अपने बिजनेस के बारे में कैसे बताएं जिससे लोगों को पता चले कि यहां पर यह काम किया जाता है।

इसके लिए आप अखबारों में विज्ञापन छपवा सकते हैं अपने बिजनेस से संबंधित और मार्केट में बैनर वगैरह लगवा सकते हैं अपनी शॉप के ऊपर एक बड़ा सा Computer Repairing का बोर्ड लगवा सकते हैं ऐसे बहुत सारे तथ्य हैं जिनकी मदद से आप अपने बिजनेस का अच्छा खासा प्रमोशन कर सकते हैं और लोगों को अपने बिजनेस के बारे में बता सकते हैं जिससे आपको बहुत ही ज्यादा Benefits देखने को मिलेगा अपने बिजनेस में। 

Computer repairing के लिए उपकरण।

अगर आप कंप्यूटर रिपेयरिंग का बिजनेस करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको कंप्यूटर कॉम्पोनेंट्स और बिक्री के लिए एक सूची तैयार करनी होगी। आज के टाइम में ग्राहकों को जल्द से जल्द सेवा की उम्मीद रहती है और इसी को ध्यान में रखते हुए आपके पास सभी तरह के Hardware software से संबंधित सभी उपकरण वगैरह मौजूद होने चाहिए।

जैसे कि-

CPU, RAM, Harddrive, Motherboard, CD, DVD Drive, Soundcard, Video card, network card, जैसे कुछ उपकरण आपके पास मौजूद होने चाहिए जिसको आप इस सूची में शामिल कर सकते हैं इनसे अलग भी बहुत सारे उपकरण आते हैं 

जैसे कि-

1. जरूरी कंप्यूटर टूल – एचडी स्टॉप या फिर अन्य ईएसडी प्रोटक्शन डिवाइस स्क्रुड्राइवर लाइट आदि।

2. कंप्यूटर हार्डवेयर रिप्लेसमेंट और रिपेयरिंग टूल्स – एंटीस्टेटिक मैट, स्क्रुड्राइवर सेट, पावर केबल, नेटवर्क केबल, मल्टीमीटर, एमटी, कीबोर्ड, माउस, एंटीस्टेटिक बैग्स, लिंट फ्री क्लॉथ, सोल्डरिंग आयरन, विक्क, रील, वायर कटर, स्टिपर, टेंपरेचर गन, हिट गन, पोस्टकार्ड आदि।

3. कंप्यूटर सॉफ्टवेयर से संबंधित टूल – यूएसबी ड्राइव, यूबीसीडी, और खाली सीडी डाटा स्टोर के लिए आदि।

4. अन्य कंप्यूटर टूल्स – एए और एएए बैटरी (वायलेंस कीबोर्ड माउस के लिए) क्रिंपिंग टूल्स।

5. क्लीनिंग टूल्स – क्लॉथ वॉटर या रबिंग एल्कोहल, फोम स्वब्स, पोर्टेबल वेक्यूम इत्यादि।

यह कुछ Tools है जो आपको Computer Repairing करने के लिए बहुत मददगार होंगे और आपका और कस्टमर का बहुत टाइम बचेगा, आपके पास में जितने अधिक उपकरण होंगे आपके लिए उतना अच्छा है। जिसमें Internal और External दोनों ही तरह के उपकरण शामिल हैं।

Business registration and licence

आज के टाइम में सभी बिजनेस कर Registration किया जाता है आप भी अपने बिजनेस की वैधता के लिए रजिस्ट्रेशन जरूर कराएं। आपको सबसे पहले इस तरह के नाम के बारे में सोचना होगा जो पहले से Register नहीं है वरना आपका नाम स्वीकार नहीं किया जाएगा। आपको कुछ इस तरह के नाम सोचने चाहिए जो आपकी Computer Repairing या उससे संबंधित उपकरणों से मेल खाते हो। 

अगर आपने डिसाइड कर लिया है नाम रखने का, तो उपयोग करने के लिए एक नाम की पुष्टि हो जाती है। आवेदन पत्र में नाम, ऐसा एक नाम के रूप में लिया जाता है अगर आपका कोई भी नाम अस्वीकृत हो जाए तो आपको इसको दोबारा से दोहराना होगा,

अलग तरीके से अलग नामों के साथ। एक बार आपका नाम फाइनल हो जाए तो उसके बाद आपको अपने Business का license भी प्राप्त करना होगा लाइसेंस बनवाने के लिए आप रोजगार कार्यालय में जाकर अपना बिजनेस रजिस्टर करवा सकते हैं और वहां पर अपने बिजनेस के बारे में बता कर वहां से अपने बिजनेस का लाइसेंस ले सकते हैं। आज के टाइम में license बहुत जरूरी हो गया है या यह कह लो कि अपने बिजनेस का प्रूफ कागजी रूप में लेना आवश्यक हो गया है।

Computer repairing में लागत और मुनाफा

यह बिजनेस करने के लिए आपको बहुत सारे उपकरण की जरूरत होगी जो आपके बिजनेस के लिए बहुत अच्छे हैं। और बहुत जरूरी भी है और साथ ही साथ खुद की Shop खोलने के लिए भी आपको पैसों की जरूरत पड़ेगी अगर आप यह काम छोटे स्तर से शुरू कर रहे हैं तो आपको कम से कम चार से पांच लाख यह 7 से 8 लाख का इंतजाम करके चलना चाहिए।

जब आपका बिजनेस पूरी तरह से सेट हो जाए तो फिर यह एक अच्छा खासा मुनाफा देने के लिए भी तैयार हो जाता है। अपने ग्राहकों को इस तरह की Services प्रदान करें और उनसे इस तरह से चार्ज करें कि ग्राहकों को यह लगना चाहिए कि उनको सर्विस भी अच्छी मिल गई और उनका खर्चा भी ज्यादा नहीं हुआ।

और आपको ऐसे लगना चाहिए कि आपके काम के अनुसार आपको अच्छा पेमेंट मिल गया। बस आपको ग्राहकों को अपनी और Attractive करना है जितने ग्राहक आपकी तरफ आकर्षित होंगे उतने आपके बिजनेस में तरक्की के चांस ज्यादा है।

बिजनेस करने के लिए Govt loan

अगर आप कोई Business करना चाहते हैं और आपके पास वह बिजनेस करने के लिए इतने पैसे नहीं हैं तो आप उसके लिए bank से loan भी ले सकते हैं आज के टाइम में सरकार द्वारा चलाई गई मुहिम में रोजगार से संबंधित कई तरह के लोन प्रदान किए जाते हैं आप अपने बिजनेस एवं rojgaar के लिए आवेदन देकर लोन की प्राप्ति कर सकते हैं अगर आप चाहे तो। अगर आपके पास पर्याप्त धन है आप का बिज़नेस खड़ा करने के लिए तो फिर आपको लोन वगैरा के चक्कर में पडने की कोई जरूरत नहीं है। 

ग्राहकों को किस तरह की सेवाएं प्रदान करें।

कंप्यूटर रिपेयर – कंप्यूटर रिपेयरिंग का काम अगर आप घर घर जाकर करते हैं तो आपको अपने पास पोर्टेबल टूल्स रखनी चाहिए अगर आपके पास कोई शॉप है तो आप अपनी दुकान पर रहकर भी यह काम कर सकते हैं बस आपके पास टूल्स होने चाहिए।

सॉफ्टवेयर सपोर्ट – हार्डवेयर के साथ-साथ आप सॉफ्टवेयर की सपोर्ट भी प्रदान करने में एक्सपर्ट होने चाहिए सॉफ्टवेयर की सर्विस में सॉफ्टवेयर के साथ-साथ ऑपरेटिंग सिस्टम की कंप्पेटिबिलिटी और सॉफ्टवेयर की स्थापना मौजूद है।

ट्रेनिंग – आज के टाइम में सभी कंप्यूटर को जानना चाहते हैं अगर आप कंप्यूटर के बारे में बहुत नॉलेज रखते हैं जैसे एमएस वर्ड एमएस एक्सल और पॉइंट इत्यादि अगर इस सब के बारे में आपको अच्छी जानकारी है तो आप कंप्यूटर का बेसिक कोर्स भी लोगों को सिखा सकते हैं और इसके लिए आप उनसे पेमेंट करा सकते हैं।

सॉफ्टवेयर – आप सॉफ्टवेयर अपग्रेड की सेवा भी अपने ग्राहकों को प्रदान कर सकते हैं इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी हमेशा अपडेट की जाती है सॉफ्टवेयर निर्माता हमेशा नियमित आधार पर नए अपडेट के साथ आते हैं।

Antivirus – जिस किसी के पास कंप्यूटर या लैपटॉप होता है वह हमेशा वायरस जैसे चीजों से बचना चाहते हैं वे चाहते हैं कि हमारे लैपटॉप या कंप्यूटर में वायरस ना आ जाए उसके लिए आप उनके कंप्यूटर या लैपटॉप में एंटीवायरस सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करके उनको वायरस से बचने की सुविधा भी उपलब्ध करा सकते हैं उसके लिए भी चार्ज ले सकते हैं।

बैकअप से सेवा- आपने अपने ग्राहकों को एंटीवायरस सॉफ्टवेयर की सुविधा भी उपलब्ध करा दी हो परंतु डाटा को सुरक्षित रखने के लिए उसका बैकअप करना भी बहुत जरूरी होता है आप अपने कस्टमर को बैकअप सेवा भी प्रदान कर सकते हैं।

Hardware supplier – अगर आप कंप्यूटर का बिजनेस कर रहे हैं तो आपके सामने ऐसे भी बहुत लोग आएंगे जो कंप्यूटर की सप्लाई करने के लिए आप से सो जाओ लेंगे मैं आप पर विश्वास करेंगे क्योंकि उनको पता होगा कि आप उनको कोई गलत सुझाव नहीं देंगे आप उन्हें कंप्यूटर को अच्छी कीमत पर खरीद कर उसको कहीं और अच्छी कीमत पर भेज कर मार्जिन भी कमा सकते हैं 

यह सभी कुछ ऐसी चीजें हैं जो आपको Computer Repairing से अलग कमाई करने का साधन बन सकती हैं यह सब ग्राहकों को अपनी और आकर्षित करने के लिए उनको अपनी और रखने के लिए अच्छा विकल्प हो सकती हैं।

बिजनेस की ताकत और कमजोरियां।

Computer repairing का Business, start करने से पहले आपको अपनी कमजोरी और ताकत के बारे में जानना अति आवश्यक है जहां पर practically knowledge अच्छा वह अच्छी प्रतिष्ठा हो अच्छी क्वालिटी वाली सेवा हो आप ग्राहकों के प्रति वफादार हो और कंप्यूटर के Parts वगैरह और उपकरणों तक आपकी पहुंच हो और विक्रेताओं के साथ अच्छे संबंध आदि आपके बिजनेस की ताकत हो सकते हैं और दूसरी और देखा जाए तो अगर आपको लगता है कि आपके अंदर इसको लेकर कुछ कमी महसूस हो रही है तो आप उस पर काम करके वह कमी दूर कर सकते हैं।

यह यह बिजनेस आपको Professional रूप से शुरू करना चाहिए और यह सब आप एक शॉप के माध्यम से भी कर सकते हैं जहां पर लोगों को आप तक पहुंचने में आसानी हो, बड़ी-बड़ी companies यही चाहती है कि जो कंप्यूटर रिपेयर shop के साथ में जोड़ें उसकी एक निजी लोकेशन और साथ ही साथ आपके पास एक बेहतरीन टेक्निकल बैकग्राउंड हो आपको अपना बिजनेस एक पूरे planning के साथ करना चाहिए। 

आपको हर चीज की नॉलेज होनी चाहिए Computer से संबंधित जिससे ग्राहकों को या किसी को भी किसी मुसीबत का सामना ना करना पड़े। और आप लंबे समय तक अपने बिजनेस को स्थापित करके रखें।

Computer repairing बिजनेस में रिस्क।

अगर आप Computer Repairing का Business कर रहे हैं तो इसमें आपको कुछ Risk भी देखने को मिल सकता है। अगर आप सही प्लानिंग से काम नहीं करते हैं अगर आपके पास कंप्यूटर लैपटॉप वगैरह की Good knowledge नहीं है

आपके पास कंप्यूटर की Skills नहीं है अगर आप अपने कस्टमर को अच्छे Service provide करने के काबिल नहीं है, आपको इसके बारे में ज्ञान नहीं है तो यह आपके लिए रिस्की हो जाता है आप अपने Customer के कंप्यूटर को सुधारने की वजह और बिगाड़ देते हैं 

तो इसमें आपके कस्टमर आपसे दूर होते चले जाएंगे आप पर से उनका trust उठ जाएगा वह कभी आपके पास अपना Computer system लेकर नहीं आएंगे और हो सकता है आपको उसका हर्जाना भी भरना पड़ जाए अगर आप चाहते हैं कि आपको इस बिजनेस में कोई भी रिस्क नहीं चाहिए तो आपको कंप्यूटर रिपेयरिंग मैं बिल्कुल कौशल होना चाहिए।

तो यह सब ठीक Laptop, Computer Repairing से संबंधित जानकारी अगर आपको लगता है कि आप यह Business कर सकते हैं तो आप इस मौके का फायदा जरूर उठाएंगे अगर आप यह बिजनेस करने के लिए भी तैयार नहीं हैं तो सबसे पहले जरूरत है आपको इस बिजनेस के लिए तैयार होने की।

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