टिशू पेपर निर्माण व्यवसाय कैसे शुरू करें। tissue paper manufacturing business plan, in hindi

tissue paper: manufacturing business plan in Hindi

Tissue paper manufacturing process Tissue paper production cost.

Tissue paper आज के टाइम में बहुत उपयोग किए जाने वाली वस्तु है आजकल की बदलते लाइफ में Tissue paper का इस्तेमाल बहुत ज्यादा किया जाता है और इसके उपयोग करने से पानी का खर्चा भी कम हो जाता है

टिशू पेपर का इस्तेमाल कई जगह पर अलग-अलग रूप में किया जाता है आमतौर पर हाथ पूछने, मुंह पूछने, यहां तक कि रेस्टोरेंट, होटल, ढाबा, हॉस्पिटल, ऑफिस इत्यादि में भी टिशु पेपर बहुत ज्यादा प्रयोग में लाया जाता है 

how do I start a tissue paper (napkin paper) business?

अगर आप tissue paper manufacturing business शुरू करते हो तो इससे भी आप अच्छा खासा मुनाफा (Profits) प्राप्त कर सकते हो टिशु पेपर बनाने के लिए ज्यादा आदमियों की जरूरत नहीं पड़ती, अतः आप भी tissue paper अथवा नैपकिन पेपर का बिजनेस कम श्रमिकों केे द्वारा शुरू कर सकते हैं टिशू पेपर से संबंधित जानकारी सभी जानकारियां यहां दी गई है।

टिशू पेपर बनाने के लिए रो मटेरियल

(what is the raw material for tissue paper)

आपको टिशू पेपर बनाने के लिए रो मटेरियल की जरूरत पड़ती है रो मटेरियल में आपको पेपर roll की जरूरत पड़ती है।

टिश्यू पेपर के रो मटेरियल का मूल्य 

(tissue paper raw material price)

अगर आप Tissue paper का raw material खरीदना चाहते हैं तो उसके लिए आपको पेपर रोल ₹55 से ₹60 प्रति किलो के हिसाब से मिल जाता है।

कहां से खरीदें- टिशू पेपर बनाने के लिए प्लेन पेपर रोल को ऑनलाइन खरीदने के लिए इस लिंक पर जाएं।

https://m.indiamart.com/proddetail/plain-paper-roll-14626974962.html


टिशू पेपर बनाने की मशीन की कीमत 

(Tissue Paper Making Machine price)

tissue paper बनाने की Machine automatic होती है अगर आप इस मशीन को प्लेन पेपर roll से सलग्गन करते हैं तो उसके बाद टिशू पेपर बनके बाहर आने लगते हैं 

अगर बात करें tissue paper making machine cost के बारे में तो इस मशीन का जो मूल्य होता है वह टिशू पेपर के size के हिसाब से बदलता है अभी के टाइम में 30 बाई 30 का टिशू पेपर बाजार में मिलता है टिशु पेपर बनाने की मशीन की कीमत लगभग ₹500,000 होती है

मशीन कहां से खरीदें। (Machine buy)

अगर आप tissue paper बनाने की मशीन खरीदना चाहते हैं तो उसके लिए आप यह मशीन online भी खरीद सकते हैं मशीन ऑनलाइन खरीदने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर जाये।

https://www.papernapkinmachine.in/paper-napkin-making-machine.html#tissue-paper-machine


टिशू पेपर बनाने के लिए स्थान। 

(tissue paper making location)

अगर आप tissue पेपर की मशीन लगाना चाहते हैं तो उसके लिए आपको जरूरत पड़ेगी 500 से 600 वर्ग फिट स्थान की और इससे अलग पैकिंग etc के लिए आपको जरूरत पड़ेगी 100 वर्ग फीट जगह की।

टिशु पेपर बनाने के बिजनेस में लागत। 

(tissue paper Business investment)

अगर आप टिशू पेपर का बिजनेस करना चाहते हैं तो इसमें आपको लगभग 500,000 से ₹700,000 का investment करना होगा 

अगर आप इसका बड़ा प्लांट लगाना चाहते हैं तो उसके लिए आप को और अधिक धन की जरूरत पड़ेगी हमारे द्वारा बताए गए पैसों में इस मशीन के साथ साथ मशीन की वायरिंग, रो मटेरियल और विद्युत संसाधनों की पूर्ति आराम से हो जाएगी।

टिशू पेपर कैसे बनाते हैं। 

(how to make tissue paper)

टिशू पेपर बनाने में ज्यादा टेक्निक की जरूरत नहीं पड़ती tissue paper आप बड़े आराम से बना सकते हैं आपको इसके लिए मशीन की जरूरत पड़ती है जिसकी प्रक्रिया कुछ इस प्रकार है।

  • आपने जो पेपर रोल खरीदा है सबसे पहले पेपर रोल को मशीन के rolling जगह पर सेट करें और एक हिस्सा पेपर रोल का मशीन में लगाएं।

  • अगर आपको colourful tissue paper बनाना है तो आपको मशीन के अंदर दिए गए कलर भरने वाले स्थान पर अपना मनपसंद रंग डालना होगा और फिर इससे आप पेपर roll को जोड़ सकते हैं अगर आप टिशु पेपर को किसी तरह का टैग या किसी होटल, रेस्टोरेंट का नाम वगैरह देना चाहते हैं तो इसके लिए कलर पैनल में आप रबड़ का टैग लगा सकते हैं

  • जब आपके पेपर रोल का हिस्सा यहां से निकलता है उसके बाद पेपर रोल का हिस्सा आगे एम्बोस्सिगं रोल से गुजरता है इस रोल से गुजरने के बाद पेपर रोल ऐसा हो जाता है जैसे tissue paper होते हैं।

  • एम्बोस्सिगं के बाद आपका रोल पेपर फोल्डिंग सेक्शन में एंटर करता है इस सेक्शन में आपका टिशु पेपर, पेपर की तरह fold होकर कटने लगता है।

  • और इस कटिंग के बाद आपका tissue paper पूरी तरह बनकर तैयार हो जाता है।

टिशू पेपर की पैकिंग 

(tissue paper packaging)

अगर आपका टिशू पेपर बनकर तैयार हो गया है तो इसके बाद आपको इसके packaging पर ध्यान देने की जरूरत होती है 

पैकिंग करने के लिए आप अपने टैग या ट्रेडमार्क का प्रयोग कर सकते हैं अपने ट्रेडमार्क से संबंधित प्लास्टिक के पैकेट तैयार करें और आप हर पैकेट के अंदर क्षमता के अनुसार 50 या 100 टिशु पेपर डालें 

और इन पैक किए हुए मंडलों का एक बड़ा पैकेट बनाकर अपने ऑर्डर के हिसाब से उसको भेज दें।

टिशु पेपर बिजनेस के लिए लाइसेंस।

tissue paper Business करने के लिए आपको licence की जरूरत पड़ती है। जैसे-

  1. ट्रेड लाइसेंस
  2. व्यापार का पंजीकरण
  3. फैक्ट्री स्थापना के लिए लाइसेंस
  4. पोलूशन कंट्रोल बोर्ड की तरफ से एनओसी सर्टिफिकेट
  5. निजात के लिए आईईसी संख्या का निकलवाना
  6. उद्योग के आधार पर एम एस एम ई पंजीकरण

टिशू पेपर के व्यापार की मार्केटिंग 

(tissue paper marketing)

टिशू पेपर के व्यापार में tissue paper की marketing एक अहम हिस्सा है आज के टाइम में बाजार के अंदर टिशु पेपर की बहुत ज्यादा मांग बढ़ गई है 

टिशू पेपर की खपत हर साल देश में लगभग 12% बढ़ रही है यह एक रीसाइकिलेबल और बायो डिग्रेडेबल वस्तु है इससे वातावरण को किसी प्रकार का नुकसान नहीं होता 

इसी वजह से tissue पेपर की इंडस्ट्री धीरे धीरे एक बड़े मुकाम पर पहुंच रही है वह लोग यह business करके एक अच्छा खासा मुनाफा भी कमा रहे हैं,

Is tissue paper business profitable?

How to sell tissue paper – अगर आप चाहे तो आप अपना टिशु पेपर retail या wholesale में बेच सकते हैं अगर आप अपने टिशु पेपर रिटेल में बेचना चाहते हैं तो उसके लिए आपसे होटल, रेस्टोरेंट आदि स्थानों से आर्डर प्राप्त कर सकते हैं 

रिटेल के अंदर आपको ज्यादा मुनाफा (Profits) प्राप्त हो जाता है अगर आप अपने टिशु पेपर को होलसेल में बेचना चाहते हैं तो उसके लिए आपको बहुत सी बड़ी दुकानों से संपर्क करना होगा।

दोस्तों यह थी कुछ टिशु पेपर अथवा napkin paper से संबंधित जानकारी, अगर आप भी tissue paper manufacturing business शुरू करना चाहते हैं तो हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपके लिए helpful साबित हो सकती हैं, 

अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी तो इसको सोशल मीडिया पर अपने फ्रेंड्स के पास जरूर शेयर करें अगर आपके मन में इस Business से संबंधित कोई सवाल है तो वह आप कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।

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Pani puri Business : पानीपुरी का व्यवसाय कैसे शुरू करें, कितना लाभ होगा।

Pani puri Business, पानीपुरी का व्यवसाय, stall

How to start pani puri business in india

Pani puri एक ऐसा पदार्थ है जिसको देश के सभी लोग बहुत ज्यादा पसंद करते हैं आजकल यह व्यापार हर गली नुक्कड़ पर होता है आज के टाइम में तो किसी देश में ऐसी जगह नहीं है जहां पर Pani puri Business नहीं किया जाता है

खासकर भारत देश के लोग pani puri खाना बहुत पसंद करते हैं यह अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग नाम से जाना जाता है जैसे फुलकी, गोलगप्पा, पानीपुरी इत्यादि,

सामान्य रूप से देखा जाए तो यह एक ऐसा खाद्य पदार्थ है जिसका नाम लेते ही इसको खाने का मन करता है यह बहुत चटपटा मसालेदार होता है pani puri का Business कम लागत के साथ शुरू किया जा सकता है 

और इससे अच्छा खासा मुनाफा (Profits) कमाया जा सकता है अगर आप अपने बिजनेस का स्टॉल नहीं लगाना चाहते बस एक होलसेलर की तरह काम करना चाहते हैं तो आप इस तरह से भी इस व्यवसाय को आसानी से कर सकते हैं आइए जानते हैं pani puri business के बारे में जानकारी।

Pani puri के लिए रो मटेरियल। (pani puri raw material)

पानी बनाने के वास्ते ज्यादा सामग्री की जरूरत नहीं पड़ती लेकिन हां जो जरूरी सामग्री हैं जैसे सूजी, आटा और पानी इस तरह की सामग्री की जरूरत पड़ती है।

Cost: आटा और सूजी दोनों सामग्री की कीमत कुछ इस प्रकार आपको मार्केट में मिल जाती है।

1. आटा 20 से ₹25 किलो प्रति ग्राम

2. सूजी 60 से ₹70 किलो प्रति ग्राम

कच्ची सामग्री कहां से खरीदें।

अगर आप pani puri बनाने के लिए कच्ची सामग्री खरीदना चाहते हैं तो आप बेहद आसानी से खरीद सकते हैं आप पानी पूरी की सामग्री (Raw materials) किसी किराने की दुकान से बड़ी आसानी से ले सकते हैं 

या आप किसी होलसेल की दुकान से भी यह सामग्री प्राप्त कर सकते हैं अगर आप यह सामग्री online मंगाना चाहते हैं तो उसके लिए आप नीचे दिए गए लिंक के जरिए सामग्री खरीद सकते हैं।

  • https://www.indiamart.com/
  • Amazon.in


पानी पुरी बनाने के लिए मशीन। (pani puri making machine)

अगर आप pani puri का Business करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको machine की भी जरूरत पड़ती है पानी पुरी बनाने के लिए दो तरह की मशीन इस्तेमाल की जाती है 

इनमें से एक मशीन का कार्य होता है आटा या मैदा को मिक्स करना। और दूसरी मशीन का यह कार्य होता है कि उसने पानी पूरी बनाई जाती है आइए जानते हैं Pani puri making machine की कीमत (price)

पानी पुरी बनाने की मशीन की कीमत। (pani puri making machine cost)

अगर बात की जाए pani puri machine की कीमत की तो इसके लिए आपको अगर मैदा या आटा मिक्सर मशीन लेना है तो उसके लिए आपको 25,000 से ₹27,000 की जरूरत पड़ेगी। 

और वहीं दूसरी और बात की जाए Pani puri making machine की तो इसकी कीमत लगभग 55,000 से 60,000 रुपए तक होती है।

मशीन कहां से खरीदें।

अगर आप pani puri बनाने का Business हाथों के द्वारा करना चाहते हैं तो वह भी कर सकते हैं लेकिन हाथों के द्वारा पानीपुरी का ज्यादा उत्पादन नहीं हो पाता इसलिए मशीन की जरूरत होती है 

मसीन की मदद से पानी पुरी भारी मात्रा में बनाई जा सकती हैं अगर आप पानी पूरी की मशीन लेना चाहते हैं तो आप अपने नजदीकी शहर में जाकर इस मशीन के बारे में जानकारी ले सकते हैं अन्यथा आप चाहे तो पानी पुरी बनाने की मशीन online भी खरीद सकते हैं। आप नीचे दिए गए लिंक के द्वारा पानी पूरी की मशीन प्राप्त कर सकते हैं।

https://m.indiamart.com/impcat/pani-puri-making-machine.html

पानीपुरी कैसे बनाई जाती है। (Pani puri startup)

हम आपको पानी पुरी बनाने की प्रक्रिया के बारे में बताने जा रहे हैं कृपया ध्यान दें।

  • सबसे पहले आपको अपनी जरूरत के हिसाब से आटे या मैदे को सूजी के साथ मिलाकर मिक्सचर मशीन में डालना होगा।

  • मशीन में डालने के बाद आप अपनी मशीन को ऑन करें और आवश्यकता के अनुसार थोड़ा-थोड़ा साफ पानी भी डालते रहें।

  • फिर धीरे-धीरे आप का आटा या मैदा गूंथने की स्थिति में आ जाएगा आपको शक्त आटा गूंथने की जरूरत होती है।

  • फिर आप यह गूंथे हुआ आटा पानी पुरी बनाने की मशीन में डाल सकते हैं।

  • इस मशीन के जरिए पानी पुरी की पूरियां गोल गोल आकार की निकलती है।

  • फिर इन गोल गोल पूरीयो को तलने की आवश्यकता पड़ती है आपको इस बात का खास ध्यान देना होगा के पूरिया तलते टाइम पूरीया टूटे नहीं क्योंकि यह बहुत टाइट होती है।

  • इस तरह से आप की पानी पूरी बनकर तैयार हो जाती हैं। फिर आप इनको स्टॉल के जरिए मार्केट में बेच सकते हैं

पानीपुरी के बिजनेस के लिए स्थान। (location idea for pani puri Business)

पानीपुरी का बिजनेस करने के लिए आपको ज्यादा बड़े स्थान की जरूरत नहीं होती आप 10 by 10 के कमरे के अंदर भी pani puri making machine आराम से लगा सकते हैं आप चाहे तो इससे बड़े स्थान भी ले सकते हैं जिससे और ज्यादा आसानी हो यह Business करने में

पूरीयो की संख्या प्रति किलो

पानी पुरी बनाने के लिए पूरीओं की संख्या- लगभग 1 किलो सूजी में 100 से 110 पूरिया बन जाती हैं।

पानीपुरी के व्यापार में लगने वाली लागत। (pani puri business investment)

अगर आप pani puri का बिजनेस कर रहे हैं तो इसके लिए आपको सामान्यतः 4,000 पानी पूरी के पीस की जरूरत होगी इतने पीस बनाने के लिए आपको लगभग 38 किलो सूजी की जरूरत पड़ती है 

और इस बिजनेस में अलग खर्चे जोड़कर जैसे बिजली की खपत, सूजी की कीमत और तेल की कीमत मिलाकर लगभग 2,500 से ₹3,000 की लागत आती है।

पानी पुरी बनाने में समय। (pani puri making time duration)

अगर आप हाथों की मदद से पानी पूरी बना रहे हैं तो आप उतना ज्यादा उत्पादन नहीं कर सकते अगर आप यही काम मशीन के द्वारा कर रहे हैं तो इस मशीन की उत्पादन क्षमता बहुत ज्यादा है आप लगभग 1 घंटे के अंदर 4,000 पीस पानी पूरी के बना सकते हो।

पानी पुरी बिजनेस में लाभ। (pani puri making business profit)

आप इस बिजनेस के अंदर प्रति घंटे 4,000 पानीपुरी के पीस पर ₹800 तक का लाभ (profit) कमा सकते है इसी प्रकार आप कम मेहनत में और कम लागत में इस व्यवसाय की मदद से 8 से 9 घंटे काम करके लगभग ₹6,000 कमा सकते हो।

पानीपुरी बिजनेस के लिए मार्केटिंग। (business marketing)

अगर आप पानी पुरी बिजनेस कर रहे हैं तो इसके लिए मार्केटिंग करने की बहुत जरूरत होती है आप चाहे तो इस व्यवसाय को करते हुए अपना भी Pani puri stall business लगा सकते हैं 

अन्यथा आप जरूरतमंद लोगों को रोजगार देकर शहर के अलग-अलग स्थानों पर stall लगवा सकते हैं और एक अच्छा खासा मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं 

आप अपने शहर के उन स्थानों पर अपना स्टॉल लगवाएं जहां पर लोगों की भीड़ भाड़ ज्यादा हो ज्यादा भीड़भाड़ वाला क्षेत्र हो

जैसे- कि बस स्टैंड, कॉलेज, स्कूल, मंदिर, रेलवे स्टेशन इत्यादि जहां पर आप स्टाल लगा सकते हैं यह स्थान ऐसे Business के लिए बहुत उपयोगी माने जाते हैं और यहां पर आपका pani puri Business दबाकर चलता है।

तो दोस्तों यह थी कुछ पानी पुरी Panipuri business case study से संबंधित जानकारी अगर आप पानी पुरी का बिजनेस करना चाहते हैं या करने की सोच रहे हैं तो सोचिए मत कर लीजिए बस आपको जरूरत है पूरी प्लानिंग के साथ यह बिजनेस करने की

अगर आप बिना planning के कोई भी बिजनेस करते हो तो उसमें बहुत से अड़चनें आपको देखने को मिलती हैं इसलिए आप जो भी बिजनेस करें पहले पूरी प्लानिंग करें उसके बाद ही अपने काम को अंजाम दे। 

अगर आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी से संतुष्टि प्राप्त हुई है तो आप यह जानकारी अपने दोस्तों तक जरूर पहुंचाएं जिससे उनको भी इस बिजनेस से संबंधित जानकारी प्राप्त हो सके इसको ज्यादा से ज्यादा सोशल मीडिया पर शेयर करें।

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एलोवेरा की खेती कैसे करें, एलोवेरा की खेती से लाभ | aloe vera farming in Hindi 2022

एलोवेरा की खेती से लाभ, aloe vera farming in Hindi


Aloe vera farming Business paln

आज के टाइम में एलोवेरा की बहुत मांग बढ़ती जा रही है क्योंकि एलोवेरा से होने वाले फायदे आश्चर्यचकित होते हैं यह एक चमत्कारी पौधा है इससे कई लाभ आपको प्राप्त हो सकते हैं बाजार के अंदर एलोवेरा जूस, एलोवेरा क्रीम, एलोवेरा जेल patanjali Aloe vera आदि की डिमांड बहुत ज्यादा बढ़ चुकी है 

अतः लोग aloevera से बने प्रोडक्ट पर ज्यादा विश्वास करते हैं इसलिए लोग एलोवेरा से बनी चीजों का ही इस्तेमाल करते हैं अगर आप चाहे तो आप एलोवेरा का बिजनेस करके, एलोवेरा की खेती से लाभ लाखों रुपए प्रॉफिट के रूप में कमा सकते हैं और इसमें ज्यादा लागत भी नहीं आती, आज हम इसी के बारे में बात करेंगे कि aloevera की खेती कैसे करें और एलोवेरा की खेती से लाभ क्या क्या है, aloe vera in hindi

अगर आप किसी भी प्रोडक्ट की डिमांड और खपत को नजर में रखते हुए बिजनेस करोगे तो इससे आप बहुत जल्द मुनाफा प्राप्त कर पाओगे,

इसी प्रकार अगर हम एलोवेरा की खेती की बात करें तो एलोवेरा भारतीय, अंतरराष्ट्रीय मार्केट में बहुत डिमांड पर हैं जिसका सबसे मुख्य कारण यह है कि ये औषधि में सबसे ज्यादा काम आने वाला प्रोडक्ट है 

चाहे कोई दवाई की कंपनी हो या फिर कॉस्मेटिक प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनी इन सभी कंपनी में एलोवेरा की डिमांड बहुत ज्यादा है आप इन्हीं कंपनी में एलोवेरा की सप्लाई करके इससे अच्छा खासा मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं और लाखों में कमाई कर सकते हैं

एलोवेरा की खेती कैसे करें, एलोवेरा का पौधा कैसे लगाएं।

एलोवेरा की खेती करने के लिए आपकी कम लागत आती हैं और एलोवेरा की खेती में सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें ज्यादा पानी देने की भी जरूरत नहीं होती अगर आप राजस्थान जैसे एरिया में रहते हैं या उसके आसपास के गांव में रहते हैं तो आपके लिए यह बहुत ही अच्छा साबित हो सकता है 

क्योंकि एलोवेरा के उत्पादन के लिए रेतीली मिट्टी और गर्म तापमान वाला क्षेत्र बहुत अच्छा माना जाता है, अगर आप राजस्थान के अलावा और किसी राज्य में रहते हैं जैसे उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, हरियाणा, पंजाब आदि राज्यों में आप कहीं भी रहते हैं तो आप वहां पर भी एलोवेरा की खेती बड़े आराम से कर सकते हैं।

एलोवेरा कितने प्रकार के होते हैं। एलोवेरा की किस्में।

अगर हम बात करें कि एलोवेरा कितने प्रकार के होते हैं तो मुख्य रूप से एलोवेरा की 3 प्रजातियां देखने को मिलती हैं वे 3 प्रजातियां कुछ इस प्रकार हैं।

1. एलो बारबाडेसिस

2. मुसब्बर Arborescens

3. मुसब्बर Saponaria 

यह कुछ एलोवेरा की सामान्य रूप से पाई जाने वाली प्रजातियां हैं इन सभी एलोवेरा की तीन प्रकार की प्रजाति होती है जो हमने ऊपर बताई है सामान्य रूप से यहीं पर जाती एलोवेरा की पाई जाती है।

एलोवेरा के फायदे क्या-क्या हैं।

एलोवेरा के फायदे, एलोवेरा एक ऐसा पदार्थ है जिस के अनेकों फायदे हैं एलोवेरा को हम बहुत सी बीमारियों में औषधि के रूप में ले सकते हैं एलोवेरा से त्वचा के बहुत से लोग ठीक हो सकते हैं 

और यह सौंदर्य का भी प्रतीक होता है एलोवेरा लेने से शरीर में चुस्ती फुर्ती बनी रहती है। एलोवेरा से होने वाले फायदे कुछ इस प्रकार हैं 

जैसे- बवासीर, धूप से झुलसी हुई त्वचा, रूखी त्वचा, मुहासे, त्वचा की खराबी, चेहरे के दाग धब्बे, फटी एड़िया, आंखों के काले घेरे, डायबिटीज, गर्भाशय के रोग, जोड़ों का दर्द, पेट की खराबी और साथ ही साथ खून की कमी को भी पूरा करने में यह लाभप्रद है 
ओर यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है 

आजकल सौंदर्य के लिए हर्बल कॉस्मेटिक जैसे प्रोडक्ट के रूप में एलोवेरा जेल, हेयर जेल, स्किन जेल, शैंपू, बॉडी लोशन, फेशियल फॉर्म, साबुन, ब्यूटी क्रीम, हेयर सैलून, और ब्यूटी पार्लर इत्यादि में एलोवेरा का इस्तेमाल किया जाता है 

और यह हमारे बालों के लिए अभी बहुत फायदेमंद है अगर मेहंदी में मिलाकर एलोवेरा को अपने बालों में लगाया जाए तो यह बालों को मजबूत और चमकदार बना देता है इससे अलग भी एलोवेरा के बहुत फायदे देखने को मिलते हैं 

एलोवेरा का पौधा कहां मिलेगा, एलोवेरा का बीज कहां मिलेगा।

अगर आप एलोवेरा की खेती करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको जरूरत होती है एलोवेरा का पौधा ढूंढने की मतलब एलोवेरा की खेती करने के लिए आपको जरूरत पड़ेगी एलोवेरा के बीज की 

अब बात आती है एलोवेरा का बीज कहां पर मिलता है सामान्य तौर पर देखा जाए तो एलोवेरा का बीज आपको किसी भी बीज भंडार की दुकान पर मिल जाता हैं

आप अपने नजदीकी किसी बीज भंडार की दुकान से एलोवेरा का बीज ले सकते हैं यहां सरकारी बीज केंद्र से भी एलोवेरा का बीज प्राप्त कर सकते हैं उसके बाद आप अपने एलोवेरा की खेती शुरू कर सकते हैं।

एलोवेरा खेती के लिए एलोवेरा पौधे का चुनाव, और इसके फायदे।

अगर आप एलोवेरा की खेती करना चाहते हैं तो उसके लिए सबसे ध्यान देने योग्य बातें यह है कि आपको सही एलोवेरा पौधे का चुनाव करना होगा।

क्योंकि अच्छे एलोवेरा के पौधे का चुनाव ही आपके बिजनेस को आगे बढ़ा सकता है, मार्केट के अंदर बहुत तरह के एलोवेरा के पौधे मौजूद जिनमें कुछ हाइब्रिड एलोवेरा के पौधे भी मौजूद है 

जो बहुत तेजी से बढ़ते हैं और जिनमें कीड़ा लगने की संभावना भी ना के बराबर होती है। हम आपको एलोवेरा पौधे के हाइब्रिड के बारे में बताने वाले हैं। 

IEC 111271

IEC 111269

आप ऊपर बताए गए 2 तरह के हाइब्रिड वाले पौधों का चुनाव भी कर सकते हैं यह पौधे बहुत तेजी से बड़े होते हैं और आपको अच्छा खासा मुनाफा भी है देते हैं।

एलोवेरा की खेती से लाभ – आप एलोवेरा उगाने के लिए 2 एकड़ भूमि का इस्तेमाल करते हैं तो आपको दूसरे ही वर्ष से 400,000 से 500,000 का मुनाफा आने लगेगा।

एलोवेरा का मंडी भाव – एक जांच के अनुसार पता लगाया गया है कि 2 एकड़ जमीन के अंदर लगभग 35 टन एलोवेरा उगाया जा सकता है और भारत के अंदर 1 टन एलोवेरा की कीमत 24 से 25 हजार रुपए तक होती है तो आप अंदाजा लगा सकते हैं 35 टन एलोवेरा की कीमत आपको कितना मुनाफा दे सकती है।

एलोवेरा की खेती के लिए भूमि का चुनाव।

एलोवेरा की खेती करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण यह भी है कि आप कैसी भूमि का चुनाव कर रहे हैं आपको हमेशा ऐसी भूमिका चुनाव करना चाहिए जहां पर नमी या पानी ज्यादा ना हो। 

और आप जिस जगह का चुनाव कर रहे हैं वह सामान्य जमीनों से थोड़ा ऊपर हो जिससे वर्षा का पानी उसमें न‌ रुक सके, अगर आपके द्वारा चुनाव किए गए जमीन की मिट्टी रेतीली हो तो वह बहुत अच्छी होती है एलोवेरा की खेती करने के लिए।

अगर आपने एलोवेरा की खेती करने के लिए जमीन का चुनाव कर लिया है तो अब आपको जरूरत है एलोवेरा की खेती करने से पहले भूमि को एलोवेरा के लिए तैयार करना की।

आपको अपनी भूमि को जोतना है और यह काम आपको मानसून शुरू होने से पहले ही करना है आपको जमीन को इस तरीके से जोतना है कि कोई भी माटी का बड़ा ढेला ना हो, फिर आपको जोती गई भूमि में 10 से 12 टन खाद मिलाकर उसको फिर से जोतना होगा जिसके बाद आपके एलोवेरा की पैदावार बहुत अच्छी होगी।

एलोवेरा की खेती में कीटनाशक दवाई का छिड़काव।

एलोवेरा की खेती करने के लिए आपको एलोवेरा के पौधों पर कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव करना भी बहुत जरूरी है, क्योंकि मिली नामक कीड़ा एलोवेरा की खेती को बिल्कुल नष्ट कर देता है 

इसका यह नुकसान है कि आप के उगते हुए एलोवेरा के पौधे में चित्ता दाग लग जाता है और फिर धीरे-धीरे पूरा पौधा नष्ट हो जाता है इसलिए आपको एलोवेरा की खेती पर कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव करना बहुत जरूरी होता है। 

आप कुछ इस तरह की दवाई छिड़काव में इस्तेमाल कर सकते हैं जैसे 0.2% of malathion aqueous सलूशन या फिर आप 0.1% पैराथीओन का छिड़काव कर सकते हैं, और आपको हफ्ते में एक बार 0.2% dithane M-45 का भी छिड़काव करना होगा जिससे आपके पौधे नष्ट नहीं होंगे। aloe vera in hindi

एलोवेरा की कटाई कब शुरू करें।

आपको एलोवेरा की कटाई करने के लिए 08 महीनों का इंतजार करना होगा आप 08 महीने के बाद एलोवेरा की कटाई कर सकते हैं और आप को ध्यान में यह भी रखना होगा कि एलोवेरा की कटाई करते समय आप एलोवेरा को जड़ से मत काटे। 

क्योंकि अगर आप एलोवेरा को जड़ से काटेंगे तो दोबारा एलोवेरा का उत्पादन नहीं हो पाएगा इसलिए आप एलोवेरा के बड़े पत्ते बड़ी सावधानी के साथ काटे आप दूसरे साल से लेकर 5 साल तक एलोवेरा की कटाई कर सकेंगे, दोबारा रोपण किए बिना।

एलोवेरा की मार्केटिंग कैसे करें।

अब बात कर लेते हैं मार्केटिंग की किसी भी व्यवसाय को करने के लिए आपको इसकी मार्केटिंग करना बेहद आवश्यक होता है जिसकी मदद से आप अपने व्यवसाय से दोगुना मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं इ

इसी प्रकार आपको एलोवेरा की मार्केटिंग भी करनी होगी आप एलोवेरा की मार्केटिंग करने के लिए कुछ कंपनी को टारगेट बना सकते हैं जैसे कॉस्मेटिक कंपनी, दवाइयों की कंपनी और आयुर्वेदिक कंपनी आदि को टारगेट कर सकते हैं। 

अगर आप अपने एलोवेरा जूस बनाकर ऑनलाइन बेचोगे ब्रांडिंग करके तो इससे आपको दोगुना मुनाफा और हो जाएगा यह भी बहुत अच्छा तरीका है ज्यादा मुनाफा कमाने का, 

और इसके साथ साथ आप न्यूज़ पेपर में भी अपने एलोवेरा से संबंधित विज्ञापन छपवा सकते हैं जिससे यह होगा कि जिस किसी भी व्यक्ति को भारी मात्रा में या किसी भी कंपनी को एलोवेरा की जरूरत होगी वह आपको संपर्क करेगा 

और इससे भी आपका मुनाफा दोगुना हो जाएगा और आपकी मार्केटिंग भी बढ़ेगी। अगर आप चाहे तो अपने एलोवेरा से संबंधित पोस्टर बैनर वगैरह बनवा कर मार्केट में लगवा सकते हैं उससे भी होने वाला फायदा बहुत अच्छा होगा।

एलोवेरा की खेती से लाभ, एलोवेरा कहां बेचे।

जैसे हमने पहले ही बताया अगर आप एलोवेरा की खेती बड़े स्तर पर करना चाहते हैं या अपने हिसाब से जिस स्तर से करना चाहते हैं तो वह आपको बहुत अच्छा मुनाफा दे देता है 

एलोवेरा की कीमत – अगर आप अपने एलोवेरा की खेती 2 एकड़ जमीन में करते हैं तो वहां से आपको 25 से 30 टन एलोवेरा मिल जाएगा और मार्केट के अंदर एलोवेरा की कीमत 25,000 से ₹30,000 टन होती है इसी प्रकार आप हिसाब लगा सकते हैं कि 25 से 30 टन एलोवेरा का कितना प्रॉफिट आपको मिल सकता है 

आप लगभग 400,000 से ₹500,000 आराम से कमा पाएंगे। और इसमें यह भी फायदा है कि आप एक बार एलोवेरा लगाकर उसी से 5 वर्षों तक एलोवेरा का उत्पादन कर सकते हैं और 5 वर्ष तक बिना एलोवेरा दोबारा लगाए आप कमाई कर सकते हैं।

एलोवेरा लगाने में लागत कितनी आती है।

अगर एलोवेरा की खेती करने में लागत की बात की जाए तो इसमें कोई बड़ी रकम निवेश नहीं करनी पड़ती अगर आपके अपने निजी खेती है तो वह आपके लिए बहुत अच्छा है 

आप केवल 40 से 50 हजार के निवेश में अपने एलोवेरा के व्यवसाय को शुरू कर सकते हैं और यह हर साल आपको मुनाफा देने के लिए तैयार हो जाता है यह एक बहुत ही अच्छा व्यवसाय है जिससे आपको भारी मात्रा में प्रॉफिट होता है।

तो दोस्तों कैसी लगी आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी अगर आप भी एलोवेरा की खेती करने के इच्छुक हैं तो आप बिल्कुल कर सकते हैं यहां कम लागत में एलोवेरा की खेती से लाभ ज्यादा कमा सकतेेेे है। अगर आप यह व्यवसाय करने की सोच रहे हैं तो सोचिए मत कर लीजिए लेकिन कोई भी बिजनेस करने के लिए आपको उस दिन इसके लिए पूरी प्लानिंग करनी होगी तब जाकर आप अपना बिजनेस शुरू कर सकते हैं, अगर आप को इस संबंध में किसी भी जानकारी की जरूरत है तो आप कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं। aloe vera in hindi

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कुटीर उद्योग व्यवसाय करके लाखों में कमाये | kutir udyog ideas in hindi 2022

Kutir udyog, cottage industries Business

दोस्तों हमें ऐसे बहुत से laghu kutir udyog के बारे में पता है जिनको करके हम अच्छा खासा पैसा बना सकते हैं। ठीक वैसे ही  Kutir udyog यानी की cottage industries का एक महत्वपूर्ण रोल रहा है छोटे लागत में घर बैठे ऐसे बहुत सारे उद्योग किए जा सकते हैं।

जिनसे आप अच्छा खासा पैसा बना सकते हैं और परिवार के लोग भी मिलकर कार्य कर सकते हैं। कुटीर उद्योग ऐसे उद्योग हैं इसके अंदर बहुत सारे बिजनेस आते हैं जिनके बारे में हम आपको नीचे बताने वाले हैं आप अपनी मनपसंद का कुटीर उद्योग करके अपना बिजनेस तो खड़ा कर ही सकते हैं।

और साथ-साथ अच्छी खासी इनकम भी कर सकते हैं इसीलिए हम आपके लिए कुछ ऐसे कुटीर उद्योग लेकर आए हैं जिनमे ग्रामीण कुटीर उद्योग भी शामिल है। जिनकी मदद से आप अपना कोई भी बिजनेस कर सकते हैं आइए जानते हैं। Kutir udyog ideas in hindi

मुर्गी पालन का kutir udyog । poultry farm 

मुर्गी फार्म अथवा polity form kaise kholen कुटीर उद्योग

मुर्गी पालन का बिजनेस एक ऐसा बिजनेस है जो कुटीर उद्योग में आता है आप मुर्गी पालन का व्यवसाय करके भी अच्छी खासी इनकम प्राप्त कर सकते हैं आपने देखा होगा कि घरों में मुर्गी पालन छोटे स्तर से किया जाता है 

और आज के टाइम में ऐसे बहुत सारे poultry farm खुल चुके हैं जहां पर अच्छे-अच्छे नस्ल की मुर्गीया पाली जाती है अगर आप मुर्गी पालन का बिजनेस करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको जरूरत होगी बहुत सारी मुर्गियों की और उनके लिए खानपान की, 

आप मुर्गी पालन करके भी अपना व्यवसाय शुरू कर सकते हैं अगर आपने 1,000 Hen पाली हैं या आप जितनी संख्या में मुर्गे पाल सकते हैं इतनी संख्या में मुर्गियां पाल सकते हैं, 

और उनसे अंडा प्राप्त करके आप महीने के 60,000 से 70,000 रुपए तक कमा सकते हैं अगर आपने बड़े स्तर पर अपना मुर्गी फार्म खोलोगे तो आपकी कमाई एक लाख से ऊपर भी जा सकती है।

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अगरबत्ती बनाने का उद्योग। Agarbatti Kutir udyog

agarbatti business अगरबत्ती का व्यापार Kutir udyog

दोस्तों अगरबत्ती एक ऐसी चीज है जिसको हर जगह इस्तेमाल किया जाता है चाहे वह पूजा-पाठ के लिए हो या अच्छी खुशबू के लिए हो बहुत से धार्मिक स्थल पर भी अगरबत्ती का प्रयोग किया जाता है 

अतः आप चाहे तो Agarbatti का Business भी शुरू कर सकते हैं इसके लिए आपको अगरबत्ती बनाने की मशीन की जरूरत पड़ेगी अगर आप चाहे तो हाथों की मदद से अगरबत्ती का बिजनेस शुरू कर सकते हैं 

लेकिन अगर आप हाथों से अगरबत्ती बनाने का बिजनेस शुरू करोगे तो आप अगरबत्ती का उतना उत्पादन नहीं कर पाओगे, यदि आप अगरबत्ती बनाने का बिजनेस machine द्वारा करोगे तो आप अगरबत्ती का उत्पादन भारी मात्रा में कर पाओगे और उतना ही भारी मुनाफा प्राप्त कर पाओगे।

आपको अगरबत्ती बनाने की मशीन 30,000 से 40,000 रुपए की लागत मे मिल जाएगी इसके बाद आपको Raw materials खरीदना होगा आप रो मटेरियल किसी भी होलसेल की दुकान से खरीद सकते हैं और इसके लिए आपको बंबू स्टिक की भी जरूरत पड़ती है।

जिनकी मदद से अगरबत्ती बनाई जाती हैं अगर आप अगरबत्ती बनाने का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो सबसे पहले इसके बारे में पूरी जानकारी हासिल कर ले फिर उसके बाद अगरबत्ती बनाने का बिजनेस शुरू करें, 

अगर आप अगरबत्ती बनाने का बिजनेस ठीक-ठाक स्तर से शुरू करते हैं तो आप महीने के 50,000 से 60,000 रुपए आराम से कमा पाओगे अगर आप यह बिजनेस बड़े स्तर से करोगे तो आप इसमें और भी ज्यादा मुनाफा प्राप्त कर पाओगे।

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गाय बकरी भेड़ पालन का कुटीर उद्योग। Animals farm

पशुपालन का बिजनेस कैसे करें, डेरी कैसे खोलें

आप गाय, भेड़, बकरी का पशुपालन करके भी अपना कुटीर उद्योग शुरू कर सकते हैं आप पशुपालन करके अपनी डेयरी खोल सकते हैं आपको इसमें भी अच्छी मात्रा में मुनाफा हो जाता है 

इसके लिए आपको जरूरत पड़ती है अच्छी नस्ल के पशुओं की और उनके रखरखाव की और अच्छी लंबी खासी जगह की आप अपना बिजनेस गाय, भैंस, बकरी वगैरा पाल कर भी शुरू कर सकते हैं 

अगर आप हां 8 से 10 गाय भैंस पाल कर अपनी डेयरी खोलोगे तो आप महीने का 40,000 से 50,000 आराम से कमा पाओगे यह बिजनेस भी आपके लिए बहुत अच्छा साबित हो सकता है बस आपको जरूरत है, इसके बारे में अच्छी जानकारी लेने की बिना जानकारी के कोई भी बिजनेस ना करें।

साबुन बनाने का उद्योग। Sabun kutir udyog

sabun बनाने का व्यवसाय, कुटीर उद्योग

आज के टाइम में साबुन का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है हर 7 दिन बाद हर घर में एक नया साबुन देखने को मिलता है अतः आप साबुन बनाने का बिजनेस करके भी अच्छा खासा मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं 

बहुत से ऐसे लोग हैं जो घर बैठे sabun बनाने का व्यापार कर रहे हैं और बहुत अच्छा खासा मुनाफा प्राप्त कर रहे हैं अगर आप चाहे तो साबुन बनाने का बिजनेस घर बैठे शुरू कर सकते हैं इसके लिए आपको साबुन बनाने की मशीन की जरूरत पड़ेगी

और साबुन बनाने के लिए रो मटेरियल की जरूरत पड़ेगी और साबुन बनाने की विधि के बारे में आपको जानना होगा उसके बाद आप अपना साबुन बनाने का बिजनेस शुरू कर सकते हैं इसमें आपको अच्छा लाभ प्राप्त होगा, आप अगर छोटे स्तर से अपना बिजनेस शुरू करेंगे तो आप महीने के 35,000 से 40,000 रुपए आराम से कमा पाओगे।

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पापड़ बनाने का कुटीर उद्योग कैसे करें। Papad Business

papad making business, Kutir udyog

पापड़ एक ऐसी चीज है इसकी मांग ना तो आज तक खत्म हुई है और ना भविष्य में कभी खत्म होगी यह एक खाद्य पदार्थ है पापड़ का बिजनेस करने के लिए सबसे पहले आपको पापड़ बनाने के विषय में जानकारी लेनी होगी।

पापड़ बनाने के लिए आपको पापड़ बनाने का रो मटेरियल खरीदना होगा, और महिलाएं तो पापड़ बनाने में एक्सपर्ट होती हैं महिलाएं को पापड़ बनाने में ज्यादा जानकारी होती है पापड़ बहुत तरीके से बनाए जाते हैं, 

पापड़ की कैटेगरी अलग-अलग तरह की होती है और अलग-अलग पापड़ बनाने में अलग-अलग सामग्री का प्रयोग किया जाता है। आपको पापड़ बनाने के लिए सबसे पहले रो मटेरियल की जरूरत पड़ेगी जिससे पापड़ बनाए जाते हैं 

उसके बाद आपको चकला बेलन और कुछ बर्तनों की जरूरत पड़ेगी फिर आप अपना पापड़ बनाने का Business घर बैठे शुरू कर सकते हैं घर के सभी सदस्य मिलकर भी पापड़ बना सकते हैं 

इससे भी आप अच्छा खासा मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं पापड़ बनाने का बिजनेस आप 30,000 से 35,000 रुपए की लागत के साथ शुरू कर सकते हैं और इससे महीने का 40,000 से 50,000 रुपए का मुनाफा आराम से प्राप्त कर सकते हैं बस यह आपके ऊपर निर्भर करता है कि आप कितने पापड़ का उत्पादन करते हैं।

फर्नीचर बनाने का व्यापार कैसे शुरू करें। 

furniture making business, कुटीर उद्योग

आज के टाइम में अलग-अलग डिजाइन के Furniture मार्केट में देखने को मिलते हैं और लोग अलग-अलग अनोखे डिजाइन के फर्नीचर अपने घर में लाना पसंद करते हैं 

अतः आप फर्नीचर का उद्योग शुरू करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको फर्नीचर का कार्य करना आना चाहिए या आप फर्नीचर का कार्य शुरू करने से पहले कहीं पर फर्नीचर बनाने की ट्रेनिंग भी ले सकते हैं 

उसके बाद आप घर बैठे फर्नीचर बनाने का बिजनेस शुरू कर सकते हैं आप घर बैठे लोगों के आर्डर प्राप्त कर सकते हैं और उनके हिसाब से उनको फर्नीचर बनाकर दे सकते हैं इसमें भी आपका अच्छा खासा मुनाफा हो जाता है 

अगर आपने एक स्टूल 1,000 की लागत में तैयार करते है तो आप उसको 1,500 से 2,000 हजार की कीमत पर बेच सकते हैं इसी प्रकार अगर आप यह बिजनेस बड़े स्तर से करोगे तो इसमें‌ आप 40,000 से 50,000 रुपए या उससे ज्यादा भी कमा सकते हो।

टिफिन बनाने का उद्योग कैसे शुरू करें Tifin Kutir udyog

tiffin making business, कुटीर उद्योग

आज के टाइम में बहुत से छात्र-छात्राएं या बहुत ऐसे लोग हैं जो अपने काम की वजह से घर से बाहर रहते हैं और वह खाना बनाने में सक्षम नहीं है या उनको खाना बनाने में बाधाएं आती हैं 

तो इसके लिए आप घर बैठे टिफिन बनाने का उद्योग शुरू कर सकते हैं जैसा खाना आप घर पर बनाते हैं वैसा खाना आप टिफन में पैक करके उन लोगों तक पहुंचा सकते हैं जो किसी कारणवश टाइम पर खाना नहीं बना सकते 

आप जितने टिफिन बना कर भेजोगे उतना आपको मुनाफा प्राप्त होगा आप अगर किसी एक इंसान के पास 1 महीने तक खाने का टिफिन लगाओगे तो आप उससे 3,000 से 4,000 रुपए तक चार्ज कर सकते हो 

इसी प्रकार यदि आप 20 से 30 लोगों को अपना खाना डिलीवर करोगे तो महीने का 50,000 से 60,000 आराम से कमा पाओगे अगर आप यह बिजनेस बड़े स्तर से करना चाहते हैं 

तो उसके लिए आपको खाना बनाने के लिए कुछ कर्मचारियों की जरूरत पड़ेगी, क्योंकि आप अकेले इतना खाना नहीं बना सकते अगर आप महीने के 50 लोगों के आर्डर भी पूरे करते हैं तो उस हिसाब से आप 100,000 से ऊपर कमाई कर सकते हैं।

मसाला बनाने का कुटीर उद्योग।

masala making business, Kutir udyog

हर घर में मसाले का उपयोग किया जाता है मसाला एक ऐसी चीज है जो खाने को स्वादिष्ट बनाता है और बहुत से लोग हाथ का बना मसाला पसंद करते हैं क्योंकि हाथ के बने मसाले में बहुत अच्छी  खुशबू आती है 

अगर आप मसाले बनाने का उद्योग अपने घर से शुरू करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको मसाला बनाने के लिए सामग्री की जरूरत पड़ेगी जिसमें आप मिरच, हल्दी, धनिया, अजवाइन, लौंग इत्यादि जरूरत की सामग्री लेकर मसाला बनाने का कार्य शुरू कर सकते हैं 

और आप मसाले को पैक करने के लिए पैकेट के डब्बे का प्रयोग भी कर सकते हैं आपको मसाले की पैकिंग करने के लिए पैकिंग मशीन की जरूरत होती है जिससे बहुत अच्छी तरीके से मसाले की पैकिंग हो जाती है 

फिर आप मसाले तैयार करके उनको मार्केट तक पहुंचा कर उनसे अच्छा खासा मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं अगर आपके मसाले की क्वालिटी अच्छी है उसकी खुशबू अच्छी है तो आपका बिजनेस बहुत अच्छा चलेगा।

और आपके पास मसाला बनाने के ऑर्डर की कमी नहीं आएगी आप यह उद्योग 40,000 से 50,000 रुपए की लागत में शुरू करके महीने के 30,000 से 40,000 रुपए आराम से कमा सकते हैं अगर आप बड़े स्तर से यह कार्य शुरु करोगे तो आप उतना ही ज्यादा मुनाफा इससे प्राप्त कर सकते हो।

मिट्टी के बर्तन बनाने का laghu udyog कैसे शुरू करें।

मिट्टी के बर्तन माने कारोबार के शुरू करें, कुटीर उद्योग

मिट्टी के बर्तन बनाकर भी आप अपना बिजनेस शुरू कर सकते हैं आप पानी पीने के लिए मटका और अन्य के प्रकार के बर्तन जैसे- रोटी बनाने के लिए चकला बेलन और घर की सजावट के लिए मिट्टी के कई सामान बना सकते हैं 

और उनके द्वारा अच्छी खासी कमाई भी कर सकते हैं पहले मिट्टी के बर्तन सिंपल डिजाइन के आते थे लेकिन आज की बदलते टेक्नोलॉजी के अनुसार मिट्टी के बने बर्तन नए-नए डिजाइन के देखने को मिलते हैं जो लोगों को बहुत आकर्षित करते हैं। 

यह इतने आकर्षित होते हैं कि हर कोई उनको खरीदना चाहता है मिट्टी के बर्तन बनाना भी एक कला है और आप मिट्टी के बर्तन के साथ-साथ मिट्टी की मूर्तियां मिट्टी के कई प्रकार के सामान बना सकते हैं और आप अपने हिसाब से उनकी कीमत तय कर सकते हैं

अगर आपके द्वारा बनाए गए मिट्टी की चीजें लोगों को पसंद आएगी तो आपका बिजनेस जमकर चलेगा आप मिट्टी की बनी चीजों को अच्छे से कलरफुल बनाकर मार्केट के अंदर बेज सकते हैं और अच्छा खासा मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं आप महीने के 30,000 से 40,000 रुपए आराम से कमा सकते हैं।

कपड़ों और साड़ियो का Kutir udyog

cloth making business, Kutir udyog

आजकल मार्केट में  जिस चीज की सबसे ज्यादा डिमांड है वह कपड़ा हर कोई अच्छा खाना अच्छा पहनना पसंद करता है इसके लिए अगर आप यह बिजनेस छोटे स्तर से शुरु करोगे तो भी आप इसमें अच्छा खासा मुनाफा प्राप्त कर सकते हो, 

आपका कपड़ा, साड़ियां आपके मोहल्ले गली या आपके एरिया के आसपास ही बड़ी आसानी से बिक जाता है अगर आप के आस पास कोई थोक मार्केट है तो आप वहां से 20 से 30 साड़ियां एक साथ खरीद ले 

यह आपको बहुत कम दाम में मिल जाएगी जैसे जैसे आपके कपड़ों की मांग बढ़ती चली जाएगी वैसे वैसे आपका बिजनेस भी बड़ा होता चला जाएगा अगर आपके क्षेत्र में विशेष तरह के पोशाक चलती है तो आप उस तरह के पोशाक लाकर भी बेच सकते हैं 

और आप उनकी कीमत के हिसाब से उन पर जितना मुनाफा कमाना चाहते हैं उतना कमा सकते हैं बस आपको ग्राहक को अपनी बातों से आकर्षित करना आना चाहिए, (laghu kutir udyod)

अगर आप एक साड़ी के ऊपर 200 रुपए भी कमाते हैं और दिन में आप 5 साड़ियां भी बेचते हैं तो आपके 1,000 रुपए की रोज की बचत हो जाएगी इस हिसाब से आप महीने के 30,000 से 40,000 रुपए बड़ी आसानी से कमा पाओगे।

नमकीन बनाने का कुटीर उद्योग।

नमकीन बनाने का कुटीर उद्योग,

नमकीन जैसी चटपटी चीज खाना आजकल हर इंसान का शौक बन गया है अगर आप नमकीन बनाने का उद्योग शुरू करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको जरूरत पड़ती है 

नमकीन बनाने के लिए बेसन के साथ-साथ विभिन्न तरह की दालो की जैसे- उड़द की दाल, मूंग की दाल, चना इत्यादि इनकी मदद से आप नमकीन बना सकते हैं नमकीन बनाने का बिजनेस बड़ी तेजी से बाजार के अंदर फैल रहा है 

अतः आप नमकीन बनाने का बिजनेस शुरू करते हैं तो इससे आप अच्छा खासा मुनाफा भी प्राप्त कर सकते हैं बाजार के अंदर विभिन्न विभिन्न तरह की नमकीन मौजूद हैं जिनका अपना एक अलग ही स्वाद है अगर आप स्वादिष्ट नमकीन बना सकते हैं तो आपके लिए यह व्यापार बहुत अच्छा साबित होगा और इससे आप बहुत अच्छा मुनाफा भी कमा सकते हैं।

रेस्टोरेंट्स या बेकरी का उद्योग।

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आज के टाइम में रेस्टोरेंट और बैकरी कॉर्नर लगाने का ट्रेंड बढ़ता जा रहा है शहरों की भीड़ भाड़ को देखकर आजकल हर जगह हर चौराहे पर रेस्टोरेंट खुले हुए हैं 

अतः आप रेस्टोरेंट्स या बेकरी का बिजनेस भी शुरू कर सकते हैं यह बिजनेस आपको ज्यादा भीड़भाड़ वाली जगह पर शुरू करना है या ऐसी जगह पर शुरू करना है जहां पर दूसरा रेस्टोरेंट आसपास ना हो। 

आप यह बिजनेस छोटी जगह में भी कर सकते हैं आप छोटे स्तर पर अपने रेस्टोरेंट में चाट, पापड़ी, समोसा, बेल, पिज्जा, बर्गर, पानी पुरी आदि आइटम रखकर अपना बिजनेस शुरू कर सकते हैं यह भी आपको अच्छा खासा मुनाफा देने वाला बिजनेस साबित होगा।

कपड़े प्रिंट करने का Kutir udyog

कपड़े प्रिंट करने का व्यवसाय, Kutir udyog

आप कपड़ों को रंग कर या कपड़ों के ऊपर प्रिंट करके अपने व्यवसाय को एक नया रुप दे सकते हैं बहुत सी फैक्ट्रियां ऐसी है जो सादे कपड़ों को रंगने के लिए और उनको प्रिंट करने के लिए देती हैं ताकि उन कपड़ों को एक आकर्षण रूप दिया जाए 

अगर आप कपड़े प्रिंटिंग करने का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको कपड़ों की फैक्ट्री से संपर्क करना होगा आपको वहां पर अपने बिजनेस के बारे में बता कर वहां से आर्डर प्राप्त करने होंगे 

और उनके बताए गए हिसाब से आप उनके कपड़ों की रंगाई और छपाई करके उनको दे सकते हैं यह कम लागत में होने वाला बिजनेस है इससे आप अच्छा खासा मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं यह भी अच्छे कुटीर उद्योग में से एक हैं।

चूड़ियां बनाने का व्यापार।

चूड़ियां बनाने का व्यापार, कुटीर उद्योग

आप चूड़ियां बनाने का उद्योग घर बैठे अपने परिवार की सहायता से भी कर सकते हैं आपको चूड़ियां बनाने के लिए एक मशीन की जरूरत पड़ती है

उस मशीन की कीमत लगभग 50,000 से 60,000 रुपय के करीब होती है। और चूड़ियां बनाने के लिए आपको कच्चा माल खरीदने की जरूरत पड़ती है। आप महिलाओं द्वारा पहने जाने वाली प्लास्टिक की चूड़ियां बनाकर प्रतिदिन हजारों में धन कमा सकते हो 

बस इसमें जरूरत पड़ती है आपको चूड़ियों की पैकिंग की और अच्छे से मार्केटिंग की यह भी एक अच्छा कुटीर उद्योग है।

सिलाई करने का Kutir udyog

सिलाई करने का व्यापार, Kutir udyog

आप सिलाई का कार्य करके भी प्रतिदिन 700 से 1,000 रुपए तक कमा सकते हैं आप घर बैठे लोगों द्वारा दिए गए कपड़ों की सिलाई कर सकते हैं 

इसके लिए आपको जरूरत होती है एक सिलाई मशीन की जिसकी कीमत मार्केट में 3,000 से 4,000 होती है आप इसको आसानी से खरीद सकते हैं इसके अलावा आपको सिलाई का ज्ञान होना भी अति आवश्यक है 

आपको सिलाई आना बहुत जरूरी है अगर आपको सिलाई करना नहीं आता तो आप सिलाई करने की ट्रेनिंग भी ले सकते हैं सरकार द्वारा चलाए गए स्किल डेवलपमेंट के तहत ट्रेनिंग दी जाती है और इसके अलावा कुछ NGOs की तरफ से भी सिलाई से संबंधित ट्रेनिंग दी जाती हैं 

आप वहां पर भी ट्रेनिंग ले सकते हैं ट्रेनिंग की अवधि लगभग 3 से 6 महीने की होती है। आप सिलाई मशीन द्वारा कपड़े सिलकर घर बैठे अच्छा खासा मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं।

आइसक्रीम बनाने का उद्योग।

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आप आइसक्रीम बनाने का उद्योग भी बड़ी आसानी से कम लागत में घर बैठे शुरू कर सकते हैं, इसके लिए आपको जरूरत पड़ती है दूध की और दूध के पाउडर, की और साथ में क्रीम, मक्खन, चीनी, अंडे और ड्राई फ्रूट यानी कि सूखा मेवा इत्यादि की 

और इसके अलावा आप कलर पाउडर, फ्लेवर वगैरह भी इसमें शामिल कर सकते हैं जो आपको बाजार में बड़ी आसानी से मिल जाएंगे, आप इससे अच्छे-अच्छे आइसक्रीम बनाकर मार्केट में बेच सकते हैं 

और गर्मी के मौसम में यह बिजनेस बहुत तेजी पकड़ता है गर्मी से राहत दिलाने के लिए ठंडी ठंडी कुल्फी लोगों को बड़ा लुभाती है अतः आप आइसक्रीम बनाने का बिजनेस भी घर बैठे शुरू कर सकते हैं इसमें भी आपका अच्छा मुनाफा हो जाता है।

कुटीर उद्योग के लिए लोन की व्यवस्था।

अगर आपके पास Kutir udyod करने के लिए पर्याप्त धनराशि नहीं है तो उसके लिए आप सरकार द्वारा लोन की प्राप्ति भी कर सकते हैं सरकार के अनुसार कुटीर उद्योग पर कम ब्याज दरों पर लोन दिया जाता है 

आप किसान क्रेडिट कार्ड योजना के जरिए बिना किसी दस्तावेज के लोन ले सकते हैं और सरकार द्वारा मुद्रा लोन भी दिया जाता है और जो जानकारी आपको बैंकों द्वारा मिली है उस जानकारी को पूरी तरह समझ कर उसका लाभ आप उठा सकते हैं

सरकार ने छोटे से छोटे व्यवसाय को सुरक्षित करने के लिए सब्सिडी का लाभ भी प्रदान किया है यह सब्सिडी लोन को नियमित रूप से भरने के अंतिम समय में दी जाती है सरकार ने ऐसे बहुत से योजनाओं को शुरू किया है जिसका छोटे व्यापारी लाभ उठा सकते हैं।

ध्यान देने योग्य बातें।

अगर आप kutir udyod मे कोई भी खाने पीने से संबंधित व्यापार करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको FSSAI में अप्लाई कर के लाइसेंस लेने की बेहद आवश्यकता होती है,

और अपने खाद्य पदार्थ को सरकारी खाद्य प्रशिक्षण केंद्र में जांच कराकर उसका सर्टिफिकेट भी जरूर ले तभी जाकर खाद्य पदार्थ का बिजनेस शुरू करें।

अतः आप कोई और बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो उसके लिए भी आपको लाइसेंस बनवाने की जरूरत पड़ती है। आपको सभी बिजनेस एक पूरी प्लानिंग के साथ करने चाहिए जिससे भविष्य में चलकर आपको किसी भी मुसीबत का सामना ना करना पड़े आप जो भी बिजनेस करना चाहते हैं बिल्कुल ईमानदारी से करें कुछ भी बिजनेस के साथ गलत कार्य ना करें।

दोस्तों अगर आपको बताये गये Kutir udyod list में से कोई भी उद्योग पसंद आया हो तो आप उस पर जरूर विचार करें, तो दोस्तों यह थी कुछ कुटीर उद्योग से संबंधित जानकारी अगर आपको यह जानकारी पसंद आई है तो आप इस जानकारी को अपने फ्रेंड्स और अपने रिश्तेदारों के साथ जरूर शेयर करें जिससे अगर वह कोई बिजनेस करना चाहते हैं तो उनको भी बिजनेस करने में आसानी हो। अगर आप किसी भी बिजनेस के संबंध में कोई जानकारी लेना चाहते हैं तो वह आप कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।

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आलू चिप्स उद्योग कैसे शुरू करें। chips making machine द्वारा चिप्स कैसे बनाएं।

आलू चिप्स उद्योग, chips making machine, Aalu chips, Aloo Chips recipe

Potato chips business plan in Hindi

आज के टाइम में बहुत लोग आलू चिप्स खाने के शौकीन होते हैं और चिप्स का प्रयोग नाश्ते के रूप में भी किया जाता है आजकल बाजार में बहुत सारे चिप्स के ब्रांड मौजूद हैंं बड़ी-बड़ी चिप्स कंपनी  चिप्स का व्यापार करके लाखों करोड़ों कमा रही हैंं।

अतः आप भी अगर आलू चिप्स उद्योग का कारोबार शुरू करना चाहते हैं तो आप इस बिजनेस में अच्छा खासा मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं और यह बिजनेस आप अपने घर से ही शुरु कर सकते हैं। आप चिप्स बनाने के लिए हैं Chips making machine का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। यह लंबे समय तक चलने वाला बिजनेस होता है आज हम इसी के बारे में आपको जानकारी देने वाले हैं कि आलू चिप्स बनाने की Factory घर बैठे कैसे लगाएं। 

आलू चिप्स उद्योग के लिए रो मटेरियल। (Raw materials)

अगर आप Alu Chips बनाने का व्यापार शुरू करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको Raw materials की जरूरत पड़ती है यानी कि चिप्स बनाने के लिए सामग्री की, जिससे चिप्स बनाए जाते हैं रो मटेरियल में आपको साधारण आलू या मीठा आलू लेने की आवश्यकता होती है और साथ ही साथ आपको मिर्ची पाउडर, तेल, नमक और चिप्स बनाने के बर्तन की आवश्यकता भी पड़ती है। आप इस सामग्री से बहुत तरह के चिप्स बना सकते हैं जैसेे- सामान्य Aalu chips, Kurkure chips  मिर्च, masala वाली चिप्स, चटपटे चिप्स आदि 

चिप्स बनाने के लिए सामग्री की कीमत। (Raw materials cost)

यह व्यापार करने के लिए आपको chips बनाने की सामग्री की जरूरत पड़ती है चिप्स बनाने की सामग्री का मूल्य कुछ इस प्रकार हैं अगर आलू की बात की जाए तो आलू का मूल्य साधारण रूप से 1200 रुपए प्रति कुंतल होता है 

अगर आप मीठा आलू लेना चाहते हैं तो उसके लिए थोड़ा और खर्चा करना पड़ता है मीठे आलू की कीमत लगभग 4500 रुपे कुंटल आपको मिल जाती है 

और Chips बनाने के लिए तेल का मूल्य 120 से 130 रुपए प्रति लीटर मिल जाता है और नमक का मूल्य 18 से ₹20 किलो होता है और मिर्ची पाउडर का मूल्य ₹180 प्रति किलो होता है आप अपने हिसाब से यह सब सामग्री बाजार से खरीद सकते हैं।

आलू चिप्स बनाने के लिए सामग्री कहां से खरीदें।

अगर आप आलू चिप्स बनाने की सामग्री खरीदना चाहते हैं तो वह आप होलसेल की दुकान से भी खरीद सकते हैं यहां पर सभी चीजें आपको बड़ी आसानी से मिल जाएंगी जितना आप लेना चाहोगे उतनी मात्रा में आपको वहां पर सामग्री उपलब्ध करा दी जाएगी आप चाहे तो वहां से भी ले सकते हैं या आप कहीं और से लेना चाहते हैं तो वहां से भी ले सकते हैं।

छोटे स्तर पर घर बैठे चिप्स बनाने का व्यापार। (small level Chips udyog)

अगर आप छोटे स्तर पर Aalu chips बनाने का कारोबार शुरू करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको साधारण आलू की जरूरत होती है आप आलू का चिप्स बना कर व्यापार कर सकते हैं साधारण आलू का चिप्स बना कर व्यापार करने में लागत भी कम आती है आपको किसी भी होलसेल की दुकान से आलू लगभग ₹12 प्रति किलो के हिसाब से मिल जाते हैं।

आलू चिप्स बनाने की मशीन। (Chips making machine)

आपको आलू चिप्स बनाने का व्यापार तेजी से करने के लिए मशीन की जरूरत पड़ती है  पोटैटो स्सलैसिग मशीन द्वारा आप चिप्स बनाने का कारोबार शुरू कर सकते हैं अगर आप यह कारोबार बड़े स्तर पर शुरू करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको बड़ी मशीन की जरूरत पड़ती है हालांकि आप इस व्यापार की शुरुआत छोटी मशीन के द्वारा भी कर सकते हैं जिसको हैंड स्लाइसर भी कहा जाता है।

आलू चिप्स बनाने की मशीन की कीमत। (Chips making machine price)

अगर आप चिप्स बनाने के लिए छोटी Chips making Machine लेना चाहते हैं तो वह आपको 35000 से 40000 रुपया तक की कीमत में मिल जाती है अगर आप चाहे तो इससे ज्यादा कीमत वाली मशीन भी खरीद सकते हैं अपनी इच्छा के अनुसार।

चिप्स बनाने की प्रक्रिया। (Patato chips recipe in hindi)

आलू चिप्स बनाने की vidhi बहुत साधारण होती है कोई भी इंसान घर बैठे चिप्स बनाने का व्यापार शुरू कर सकता है यहां पर हम कच्चे आलू के चिप्स बनाने की विधि के बारे में बताने जा रहे हैं।

  • सबसे पहले आपको बाजार से आलू खरीदने की जरूरत पड़ती है जिसकी मदद से आप घर बैठे Aloo chips बनाने का व्यापार शुरू कर सकते हैं

  • आलू खरीदने के बाद आपको आलू को अच्छे से साफ करना होता है और उनको अच्छे से छीलना भी होता है

  • और अब आलू छीलने के बाद आपको आलू को स्लाइसर मे काटने की जरूरत पड़ती है अगर आप जो मशीन इस्तेमाल कर रहे हैं उसमें स्लाइस बनाने का स्थान दिया गया है तो आप उसकी मदद से स्लाइस बना सकते हैं अन्यथा आप हैंड स्लाइसर का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।

  • स्लाइस बनाने के बाद आपको स्लाइस को साफ पानी से धोकर सुखाने की जरूरत पड़ती है

  • आप चाहे तो आलू को धूप में भी सुखा सकते हैं इसके बाद आप इनको तेल में तलकर चिप्स तैयार कर सकते हैं।

  • चिप्स तलते समय आपको तेल के तापमान का ध्यान रखना होगा, ना तो ज्यादा तापमान होना चाहिए ना कम तापमान होना चाहिए। आपको सामान्य आंच पर तेल को पकाना होगा।

  • फिर आपको तले हुए चिप्स में लाल मिर्च, नमक वगैरा मिलाना होगा उसके बाद आपके चिप्स पैकेजिंग और बिक्री के लिए तैयार हो जाएंगे।

चिप्स बनाने के लिए स्थान। (business location)

आप आलू चिप्स बनाने के लिए मशीन का इस्तेमाल कर रहे हैं तो उसके लिए आपको एक पर्याप्त जगह की आवश्यकता पडती हैं इसके लिए आप लगभग 200 वर्ग मीटर की जगह का चुनाव कर सकते हैं या किसी बड़े से कमरे का चुनाव कर सकते हैं जहां पर आप अपनी मशीन लगाकर चिप्स बनाने से लेकर उनके पैकिंग तक का सभी कार्य आसानी से कर सकें। यह चिप्स बनाने की मशीन स्वचालित होती है।

आलू चिप्स बनाने में लागत। (investment)

अगर आप आलू चिप्स बनाने का उद्योग करना चाहते हैं तो इसमें आपको 80000 से लेकर 1 लाख तक की लागत लगानी पड़ती है अगर आप आलू चिप्स बनाने के लिए मशीन नहीं लगाना चाहते हैं तो यह लागत बहुत कम हो जाती हैं 

लेकिन बिना मशीन के chips का उत्पादन कम हो जाता है और इसी प्रकार आपका profits भी कम होगा अगर आप यह व्यापार छोटे पैमाने पर कर रहे हैं तो लगभग आपको 10 से 15000 रुपए की लागत लगानी पड़ेगी

आलू चिप्स बनाने के व्यापार के लिए पंजीकरण।

Potato chips बनाने का व्यापार करने के लिए आपको पंजीकरण कराने की भी आवश्यकता पड़ती है यह एक खाद्य पदार्थ होने के कारण इसका पंजीकरण अनिवार्य हो जाता है,

आप अपने व्यवसाय भारत सरकार के द्वारा MSMI के अंतर्गत पंजीकृत कर सकते हैं और इसके साथ-साथ आपको ट्रेंड लाइसेंस की भी जरूरत पड़ती है

और आपको इससे संबंधित है करंट अकाउंट भी खुलवाना पड़ता है और साथ में पैन कार्ड की भी आवश्यकता पड़ती है आपको अपने खाद्य पदार्थ का प्रशिक्षण सरकार के खाद्य विभाग में करा कर FSSAI का लाइसेंस भी लेना होता है

चिप्स बनाने के व्यापार में लाभ। (Profits)

आलू चिप्स बनाने का व्यापार करके आप एक अच्छा लाभ प्राप्त कर सकते हैं बड़ी-बड़ी कंपनियां बाजार में चिप्स बेचकर अच्छा खासा मुनाफा प्राप्त कर रही हैं 

हालांकि 10 रूपये के चिप्स के पैकेट में कुछ ही मात्रा में चिप्स मौजूद होते हैं लेकिन उनकी अच्छी क्वालिटी के कारण वे ज्यादा से ज्यादा खरीदे जाते हैं इसलिए अगर आपके Aloo Chips की क्वालिटी भी अच्छी होगी तो आपका चिप्स का व्यापार भी काफी अच्छा चलेगा।

लोग आपके चिप्स को बहुत ज्यादा पसंद करेंगे अगर आप मशीन का प्रयोग करके चिप्स बना रहे हैं तो आपको 30,000 से 40,000 रूपया तक का मासिक लाभ प्राप्त हो सकता है 

अगर आप अपना आलू चिप्स उद्योग छोटे स्तर से शुरू कर रहे हैं तो आपको मासिक तौर पर अधिकतम 5000 से 6000 का लाभ प्राप्त हो सकता है। अगर यही बिजनेस आप बड़े पैमाने से शुरू करते हैं बड़ी मशीन लगाते हैं तो आप का मुनाफा भी उतना ही बड़ा हो जाता है।

आलू चिप्स बनाने के व्यापार की मार्केटिंग। (Chips marketing)

अगर आप आलू के चिप्स बनाने का व्यापार शुरू कर रहे हैं तो इसके लिए सबसे ज्यादा जरूरत होती है Marketing की इसके लिए आपको अपने चिप्स के सैंपल मार्केट में भेजने होंगे 

अगर आपके सैंपल मार्केट को पसंद आएंगे तो वह आपसे डील कर सकते हैं आप बड़ी-बड़ी कंपनियों में अपने चिप्स का सैंपल भेज कर वहां से भी चिप्स के आर्डर प्राप्त कर सकते हैं 

अगर आप के चिप्स में क्वालिटी है तो आपका बिजनेस बहुत अच्छा चल सकता है और आप बाजार में भी बड़ी बड़ी दुकानों में अपने चिप्स की सप्लाई कर सकते हैं शहर के अंदर ऐसे कई स्नेक्स की दुकानें होती हैं 

जहां पर आप अपने chips बेच सकते हैं अगर आपके चिप्स में स्वाद और क्वालिटी है तो आप के चिप्स हर कोई लेना पसंद करेगा अगर इससे अलग आप अपने चिप्स के व्यापार का प्रचार करना चाहते हैं

तो उसके लिए आप अखबारों में विज्ञापन भी छपवा सकते हैं और अपने बिजनेस से संबंधित बैनर और पोस्टर वगैरह छपवा कर मार्केट में लगवा सकते हैं जिससे लोगों को आपके व्यापार के बारे में पता चलेगा और आपको अत्यधिक फायदा होगा।

चिप्स की पैकिंग। (Chips packing machine)

आलू चिप्स एक चटपटा पदार्थ है आपको इसकी पैकिंग करने के लिए विशेष ध्यान देना होगा अक्सर लोग चिप्स के पैकिंग देखकर भी बहुत ज्यादा आकर्षित होते हैं 

आप आलू चिप्स उद्योग शुरू कर रहे हैं तो उसके लिए आपको अपने चिप्स का कोई अच्छा सा नाम सोच कर अपने पैकिंग करने वाले लिफाफे पर छपवा सकते हैं और साथ में कुछ विशेष लोगों के साथ अपनी चिप्स का नाम अपने लिफाफे पर छाप कर मार्केट में बेच सकते हैं इससे आपके चिप्स का अच्छा प्रचार भी हो जाता है और वह अच्छा दिखने के कारण बिक भी जाता है। आप चिप्स की पैकिंग करने के लिए चिप्स पैकिंग मशीन का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।

तो दोस्तों यह थी कुछ हाथ द्वारा और Chips making machine द्वारा आलू के चिप्स बनाने के व्यापार से संबंधित जानकारियां अगर आपको इससे संबंधित कोई भी जानकारी प्राप्त करनी है तो आप कमेंट बॉक्स में भी पूछ सकते हैं या हमको मेल भी कर सकते हैं।

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खरगोश पालन का व्यापार कैसे शुरू करें। how to start rabbit farming Business in india

Rabbits farming Business in india,

खरगोश पालन के फायदे- खरगोश एक ऐसा प्राणी है जिसको सभी लोग अत्यधिक प्यार करते हैं और यह देखने में अति सुंदर लगता है हर किसी को खरगोश जैसे प्राणी से प्यार हो जाता है अगर आप भी पशुपालन में रुचि रखते हैं तो यह व्यवसाय के तौर पर आपको लाभ भी दे सकता है।

अगर आप India मे पशुपालन का व्यापार करना चाहते हैं तो हम आपके लिए लेकर आए हैं खरगोश पालन का व्यवसाय, आप Rabbit Farming का Business करके इससे कमाई भी कर सकते हैं और सबसे बड़ी बात यह है कि खरगोश एक शाकाहारी प्राणी है और यह खतरनाक भी नहीं है

इससे किसी को भी डर नहीं लगता अगर आप चाहते हैं खरगोश पालन का व्यापार करना तो हम इसी के संबंध में आज Hindi मे जानकारी लेकर आए हैं। 

खरगोश पालन का व्यापार कैसे करें। (How to start Rabbits farming Business)

अगर आप खरगोश पालन का बिजनेस करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको कुछ बातों का खास ध्यान रखना होगा वह कुछ इस प्रकार है।

1. Rabbit पालन की संख्या– अगर आप rabbit farming का बिजनेस करना चाहते हैं तो खरगोश पालन के लिए आपको खरगोश की संख्या पर ध्यान केंद्रित करना होगा।

खरगोश पालन की एक न्यूनतम संख्या होती है अगर आप इस संख्या से नीचे खरगोश का पालन करोगे तो यह आपको मुनाफा नहीं दे पाएगा। 

खरगोश फार्म खोलने के लिए आपको Khargosh की कम से कम 10 यूनिट का पालन करना होगा एक यूनिट में 10 खरगोश पाले जाते हैं इस तरह से आपको 10 यूनिट मतलब 100 खरगोश पालने होंगे।

जिसमें से आपको 60 से 70 मादा खरगोश पालने होंगी और बचे हुए 30 से 35 नर खरगोश पालने होंगे तब जाकर आपके बिजनेस में आपको अच्छा मुनाफा प्राप्त होगा।

2. खरगोश का भोजन- सामान्य रूप से फार्म के अंदर पाले गए खरगोश को दिन में दो बार भोजन दिया जाता है जिसमें से एक बार आप उनको हरी चीजें खिला सकते हैं और दूसरी बार खरगोश के खाने के लिए अन्य चीजें दी जाती है।

3. खरगोश फार्म खोलने के लिए जगह- खरगोश फार्म खोलने के लिए इस बात का खास ध्यान रखना पड़ता है कि जहां आपने खरगोश फार्म खोला है वह जगह rabbits के लिए अच्छी है या नहीं।

आप हमेशा khargosh palan के लिए ऐसी जगह का चुनाव करें जहां पर शोर शराबा कम हो और प्रदूषण भी ना हो आप चाहे तो खरगोश फार्म शहर से दूर खोल सकते हैं अगर यह फार्म गांव में खोला जाए तो काफी बेहतर होता है

4. पंजीकरण- खरगोश पालन का व्यवसाय करने के लिए आपको इसका पंजीकरण करना अति आवश्यक है आप अपने फार्म की पार्टनरशिप के तहत यह पंजीकरण करा सकते हैं 

खरगोश फार्म खोलने के लिए आपको प्रतिवर्ष इनकम टैक्स भी देना होता है और इसके अलावा आप अपने फार्म का करंट अकाउंट भी खुलवा सकते हैं और साथ में पैन कार्ड भी होना जरूरी है।

खरगोश फार्म लगाने में लागत। (Investment)

खरगोश फार्म खोलने के लिए आपको कम से कम 100 खरगोश की आवश्यकता पड़ेगी और इन 100 खरगोश का मूल्य लगभग 250,000 रुपए के करीब पड़ेगा और इसी पैसे में आपको खरगोश रखने के लिए पिंजरा भी मिल जाएगा आपको पिंजरा 10/4 का लेना होगा और साथ ही साथ आपको खरगोश को खाना खिलाने के लिए कटोरिया और पानी पिलाने के लिए वादर निप्पल भी मिलेंगे।

खरगोश पालन बिजनेस के लिए मार्केटिंग। (Marketing for Business)

  • खरगोश पालन का बिजनेस करने में लोगों को कई तरह के लाभ प्राप्त होते हैं और जो खरगोश पालने का बिजनेस करते हैं तो उनको सबसे पहले उन लोगों से लाभ होता है जो खरगोश पालना चाहते हैं।क्योंकि अलग-अलग फार्म में अलग-अलग तरह की खरगोशों की नस्ल (Rabbits Catagory) पाई जाती है अगर कोई भी व्यक्ति खरगोश को पालना चाहता है तो उनको खरगोश फार्म वाले खरगोश की अलग-अलग प्रजातियां दिखाते हैं 

  • इसी प्रकार आपको भी rabbit farming शुरू करने के लिए अलग-अलग तरह की खरगोश की नस्ल अपने फार्म में शामिल करनी होगी इससे भी आपको बहुत अच्छा मुनाफा प्राप्त होगा और इससे अलग भी खरगोश पालन में बहुत तरीकों से बेनिफिट प्राप्त होता है।

  • आपको खरगोश से इस तरीके से भी मुनाफा प्राप्त हो जाता है अतः खरगोश का मांस मेडिकल लाइन में बहुत ज्यादा उपयोग में लाया जाता है इसी प्रकार आप भी खरगोश पालन करके खरगोश बिक्री भी कर सकते हैं।

  • और कई तरह के बिजनेस में खरगोश के फर का उपयोग किया जाता है अतः आप ऐसे बिजनेस के लिए भी अपनी खरगोश फार्मिंग से खरगोश को बेच सकते हैं इसमें भी आपको अच्छा profits प्राप्त होगा।

  • सरकार द्वारा चलाए गए Government agriculture industry मे आप अपने खरगोश को बेच सकते हैं यहां पर तरह-तरह की रिसर्च की जाती हैं इसलिए यहां पर खरगोश की भी मांग की जाती है अतः आप यहां पर भी खरगोश बेच कर मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं

  • अगर कोई व्यक्ति खरगोश के मीट का इस्तेमाल खाने में करता है तो खरगोश का मीट इंसान के हृदय के लिए भी काफी फायदेमंद होता है क्योंकि इसके मीट में जीरो परसेंट कोलेस्ट्रोल पाया जाता है।

खरगोश कौन लोग खरीदते हैं। (Rabbits Buyer)

यह सवाल भी बहुत अच्छा है आखिर खरगोश कौन लोग खरीदते हैं और वो लोग आपको कहां मिलेंगे अगर खरगोश के खरीदने की बात आते हैं तो खरगोश को पालने का शौक रखने वाले हजारों लाखों आदमी मौजूद हैं जो खरगोश को पालना चाहते हैं।

हर कोई सामान्य इंसान जिसको खरगोश में रुचि है वह खरगोश पाल सकता है वह आप से खरगोश खरीद सकता है आपको यह जानना अति आवश्यक है की ऐसे कौन लोग हैं जो खरगोश को खरीदने में रुचि रखते हैं।

इसके लिए आपको अपने बिजनेस यानी कि अपने खरगोश फार्मिंग का प्रमोशन करना होगा लोगों को बताना होगा कि आपके यहां पर खरगोश का व्यापार किया जाता है अगर आपका अच्छा खासा प्रमोशन हो गया तो वह लोग खुद चलकर आपके पास आएंगे जिनको खरगोश की जरूरत है जो खरगोश को पालना चाहते हैं।

खरगोश पालन के लिए लोन की व्यवस्था। (Loan management)

  • अगर आप भी खरगोश पालन खोलना चाहते हैं और आपके पास पर्याप्त धनराशि नहीं है तो आपको परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है इसके लिए आप सरकार द्वारा नेशनल लाइवस्टॉक मिशन (NLM) के अंतर्गत NABARD के तहत IDSRR के अंतर्गत आप लोन ले सकते हैं और अपना खरगोश पालन का व्यवसाय आगे बढ़ा सकते हैं।

  • NABARD क्या होता है- नाबार्ड एक बैंक है NABARD अर्थात National Bank for Agriculture and Rural Development यह बैंक कोई छोटी-मोटी बैंक नहीं है यह बैंकों से जुड़ी एक ऐसी संस्था है जो किसानों या व्यापारियों के छोटे बड़े व्यापार करने में उनको लोन की मदद से सहायता प्रदान करती है।

  • IDSRR स्कीम क्या है- IDSRR अर्थात integrated development of small ruminants and rabbits यह केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई एक सब्सिडी स्कीम है जोकि भेड़ पालन, बकरी पालन और खरगोश पालन जैसे व्यापार को बढ़ावा देने में सक्षम है और लोगों को व्यवसायिक तौर पर इन सब की फार्मिंग करने के लिए प्रोत्साहित भी करती है और साथ ही साथ इस स्कीम का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापार को बढ़ावा देना और बेरोजगारी को कम करना भी है।

इस स्कीम का लाभ कौन उठा सकता है।

इस स्कीम का लाभ वो लोग उठा सकते हैं जिनके परदेश, जिले में इस स्कीम को लागू किया गया हो वह लोग इस स्कीम का फायदा उठा सकते हैं साथ ही साथ इस स्कीम में महिलाओं, NGO और अनुसूचित जनजाति को प्राथमिकता दी गई है

इस स्कीम के अंतर्गत कितना Loan मिलेगा।

इस सब्सिडी स्कीम के तहत दी जाने वाली अधिकतम सीमा कुछ इस प्रकार हैं

घटक लोन की कीमत
बकरी तथा भेड़ पालन
(40 मादाा और + 2 नर)
01 लाख रुपये।
बकरी और भेड़ की प्रजनन
इकाई (500+25)
25 लाख रुपये।
खरगोश पालन
 (10+2)
2.25 लाख रुपये।

लोन चुकाने की अवधि। (Loan Duration)

अगर आप सरकार द्वारा लोन लेकर अपना बिजनेस शुरू कर रहे हैं तो इस बिजनेस के लोन को चुकाने की समय अवधि 9 साल रहेगी और असमर्थ किसानों के लिए 2 साल ग्रेस पीरियड भी दिया जाता है तो इसमें आपको ज्यादा मुश्किल का सामना नहीं करना पड़ेगा।

अगर आप लोन लेने संबंधित और भी जानकारियां प्राप्त करना चाहते हैं तो आप इंटरनेट से ऑनलाइन इसके बारे में सर्च करके अत्यधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं

खरगोश फार्म खोलने से होने वाला लाभ। (Profits in Rabbit farming)

इसमें ध्यान देने वाली बात यह है कि फार्म के अंदर पाली जाने वाली  60 से 70 मादा खरगोश 45 से 50 दिन के अंदर 350 खरगोशों के bacho को जन्म देती है। यानी कि (paida) करती है, और इन खरगोश के बच्चों को पूरी तरह से विकसित होने में 4 महीने का टाइम लग जाता है।

अगर इन खरगोश के बच्चों को अच्छी देखभाल के साथ पाला जाए तो इन खरगोशों की कुल कीमत लगभग ₹130,000 तक हो जाती है और खरगोश के बच्चों की देखभाल करने में लगभग 70 से ₹80000 का खर्चा भी आ जाता है।

तो इसी प्रकार आप बिजनेस की शुरुआत में 30,000 से 40,000 रुपए तक का मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं और धीरे-धीरे आपका यह बिजनेस बढ़ता भी चला जाता है अगर आप आज के टाइम में ₹40,000 खरगोश का बिजनेस करने से कम आ रहे हैं।

तो आने वाले टाइम में आप 100,000 रुपए भी खरगोश के बिजनेस से आराम से कमा सकते हो। अगर देखा जाए आप सिर्फ एक खरगोश खरीदना चाहते हैं तो एक खरगोश का Price (कीमत) लगभग 500 से ₹800 तक होती है

खरगोश कहां से खरीदें- अगर आप खरगोश पालन का बिजनेस करने के लिए खरगोश खरीदना चाहते हैं तो उसके लिए आप किसी दूसरी फार्मिंग से भी खरगोश खरीद सकते हैंं

या फिर आप पालतू जानवरों की दुकान से भी खरगोश खरीद सकते हैं इसके बारे में अगर आपको और जानकारी चाहिए तो आप इंटरनेट पर इसके बारे में सर्च कर सकते हैं की आपके आसपास के एरियाा में खरगोश कहां बेचे जाते हैं फिर आप वहां से खरगोश प्राप्त कर सकते हैं।

Rabbit farming Business, खरगोश पालन का व्यवसाय।
Khargosh Plan

खरगोश पालन व्यापार में सावधानियां। (Precautions)

अगर आप Rabbit farming का Business कर रहे हैं तो इसमें आपको बहुत सी सावधानियां बरतने की भी आवश्यकता होती है वह कुछ इस प्रकार है

  • खरगोश पालन का बिजनेस करने के लिए सबसे पहले खरगोश की फार्मिंग लगाने वाले स्थान पर साफ सफाई होना बहुत ही जरूरी है इससे यह फायदा होता है कि खरगोश में किसी भी तरह की बीमारी होने की आशंका नहीं रहती।

  • और खरगोश पालन के साथ-साथ आपको खरगोश के खानपान का भी अच्छा ध्यान रखना पड़ता है उनको भोजन और जल टाइम पर देना पड़ता है इन चीजों का इसमें विशेष ध्यान रखना पड़ता है। 

  • बहुत से लोगों का यह भी सवाल भी अक्सर देखने को मिला है कि खरगोश पानी पीता है या नहीं यह सुनने में बड़ा अटपटा सवाल है लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दूं कोई भी जीव पानी पिए बिना नहीं रह सकता। अतः खरगोश नामक प्राणी भी पानी पीता है।

  • अगर किसी खरगोश को किसी तरह से कोई भी बीमारी हो जाए तो उसका तुरंत इलाज करना आवश्यक होता है जिससे दूसरे खरगोश में वह बीमारी न फैल सके।

  • और जिन बर्तनों में खरगोश को खाना खिलाया जाता है उन बर्तनों की साफ सफाई का भी विशेष ध्यान रखना पड़ता है।

  • आपको फार्मिंग के खरगोशों को आवश्यकता के अनुसार वैक्सीनेशन दिलाने की भी जरूरत पढ़ती है। 

खरगोश क्या खाते हैं। (Food List)

खरगोश एक शाकाहारी प्राणी है यह साधारण खाना, खाना पसंद करता है जिसमें वह दाना हरी घास सब्जियां और रसोई घर का बना हुआ सामान खाता है खरगोश दिन में 100 ग्राम से 120 ग्राम दाना खाता है। दूध खराब फल रोटी खराब सब्जी आदि जो खाने योग्य हो इनकी खपतवार के लिए खरगोश को दिए जाते है।

खरगोश की मार्केटिंग कहां करें। (Rabbit Marketing)

अगर आप खरगोश फार्मिंग खोलना चाहते हैं तो उसके लिए आपको खरगोशों के बारे में पूरी जानकारी होना अति आवश्यक है आपको अपनी Khargos फार्मिंग खोलने के लिए पूरी प्लानिंग की जरूरत होती है

अगर आपने खरगोश Farming खोल ली है तो उसके पश्चात आपको लोगों तक यह बात पहुंचानी पड़ती है कि आपके पास भी खरगोश की फार्मिंग है आपके पास भी खरगोश को बेचने का व्यापार किया जाता है। 

तो उसके लिए आप अपने खरगोश पालन के बिजनेस से संबंधित प्रचार भी कर सकते हैं खरगोश पालन के बिजनेस का प्रचार करने के लिए आपको लोगों को यह बताना होता है कि आपके पास खरगोश की ऐसी-ऐसी प्रजातियां मिलती हैं।

इसके लिए आप अखबारों में विज्ञापन छपवा सकते हैं अपने खरगोश फार्मिंग के बारे में जिससे लोगों को पता चल सके कि यहां पर खरगोश बेचे जाते हैं इसके अलावा आप अपनी Rabbit farming से संबंधित बैनर, पोस्टर वगैरह भी छपवा सकते हैं जो आपको मार्केट में लगाने होते हैं। 

जिससे लोगों को पता चल सके आपके फार्मिंग के बारे में जैसे जैसे लोगों को आपके बिजनेस के बारे में पता चलेगा वैसे वैसे आपके पास खरगोश को खरीदने वालों की संख्या भी बढ़ती चली जाएगी।

तो दोस्तों यह थी कुछ खरगोश पालन के बिजनेस के बारे में जानकारी अगर आपको इसके अतिरिक्त कुछ और भी जानकारी चाहिए तो आप कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है या हमको मेल कर सकते हैं। और अगर आपको है जानकारी अच्छी लगी हो तो उसको जल्द से ज्यादा फॉरवर्ड करें और अपने दोस्तों रिश्तेदारों तक यह जानकारी जरूर पहुंचाएं।

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